


जशपुर जिले में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन शंखनाद” के तहत गौ-तस्करों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में किए जा रहे इस अभियान में अब तक उल्लेखनीय सफलता मिली है।
एसएसपी के प्रतिवेदन पर कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने हाल ही में गौ तस्करी से जुड़े 4 मामलों में जप्त किए गए 4 वाहनों को राजसात करने के आदेश दिए हैं। अब तक कुल 18 प्रकरणों में 21 वाहनों को राजसात किया जा चुका है, जबकि शेष वाहनों पर भी कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
जशपुर पुलिस ने जनवरी 2024 से अब तक 85 मामलों में 123 आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब 900 से अधिक गौ-वंशों को तस्करी से बचाया है। इस दौरान कुल 46 वाहन जब्त किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये है। इनमें अधिकांश वाहन झारखंड पंजीकृत हैं।
राजसात किए गए वाहनों में शामिल हैं: ट्रक, पिकअप, टाटा सूमो, स्कार्पियो व छोटा हाथी जैसे कुल 21 वाहन जिनमें से प्रमुख वाहन क्रमांक हैं – JH01EP/9416, JH01EV/4710, JH08A/7899, CG10A/5617, JH01FA/4057, JH01ET/1547 आदि।
वाहन मालिकों को दी गई सुनवाई का अवसर:
वाहन मालिकों को अपना पक्ष रखने का पूर्ण अवसर दिया गया था, जिसके बाद राजसात की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया। इनमें प्रमुख नाम मो. जलालुद्दीन, मो. मोगेरह अंसारी, नंदू गंझू और कामरान फरास शामिल हैं, जिनके वाहनों से तस्करी की पुष्टि हुई।
जल्द होगी नीलामी:
राजसात किए गए वाहनों की आगामी दिनों में नीलामी की जाएगी और प्राप्त राशि को शासकीय खजाने में जमा कराया जाएगा।
एसएसपी का स्पष्ट संदेश:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने जिले के सभी थाना व चौकियों को निर्देशित किया है कि गौ-तस्करी जैसे अपराधों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ तुरंत व कठोर कार्यवाही की जाए। पुराने मामलों में फरार आरोपियों की भी गिरफ्तारी लगातार जारी है।
‘ऑपरेशन शंखनाद’ बना गौ-रक्षा की मिसाल:
जशपुर पुलिस का यह अभियान गौ-तस्करी पर प्रभावी रोक लगाने में एक सशक्त उदाहरण बनकर उभरा है, जिससे न केवल अपराधियों के आर्थिक ढांचे पर चोट की जा रही है बल्कि सामाजिक रूप से भी सकारात्मक संदेश दिया जा रहा है।