


बिलासपुर, बिल्हा थाना पुलिस ने फर्जी “क्राइम रिपोर्टर” बनकर ईंट भट्ठा संचालकों और ट्रैक्टर चालकों से अवैध वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
आरोपियों ने एक कार (क्रमांक CG04QY 6382) पर “क्राइम रिपोर्टर” की प्लेट लगाकर 1 जून 2025 को बिल्हा क्षेत्र के एक ईंट भट्ठा में पहुंचकर संचालक से NOC के नाम पर 27,000 रुपये की मांग की। डर के चलते भट्ठा संचालक शैलेन्द्र प्रजापति ने उन्हें 1500 रुपये नकद दे दिए।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और विवेचना के दौरान आरोपियों को मंगला गांव के पास अवैध वसूली के उद्देश्य से घूमते हुए पकड़ा गया। ग्रामीणों के सहयोग से तीनों को थाने लाया गया, जहां पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- नारायण सिंह घृतलहरे पिता कुमार घृतलहरे, उम्र 35 वर्ष, निवासी कटई, थाना चंदनू, जिला बेमेतरा
- दीपकुमारी रजक पिता बोधी रजक, उम्र 25 वर्ष, निवासी गोढ़ीखुर, थाना नवागढ़, जिला बेमेतरा
- सियाराम घृतलहरे पिता मंगलदास घृतलहरे, उम्र 40 वर्ष, निवासी बदरा (ब), थाना सरगांव, जिला मुंगेली
पुलिस ने आरोपियों के पास से वसूली में ली गई 1500 रुपये नकद राशि (500-500 के तीन नोट), क्राइम रिपोर्टर लिखी हुई कार और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
आरोपियों के खिलाफ धारा 308(2), 3(5) भादंवि के तहत मामला दर्ज कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में उप निरीक्षक जी.एल. चन्द्राकर, आरक्षक संतोष मरकाम, सुमन चंद्रवंशी एवं महिला आरक्षक सुनीता पाटले की अहम भूमिका रही।
बिल्हा पुलिस की तत्परता से क्षेत्र में फर्जीवाड़ा कर अवैध उगाही करने वालों पर लगाम लगाई गई है, जिससे आमजन में सुरक्षा की भावना और कानून पर विश्वास और मजबूत हुआ है।