



शहर में बढ़ते अपराधों पर लगाम कसने और असामाजिक तत्वों पर पुलिस का शिकंजा कसने के उद्देश्य से बिलासपुर पुलिस ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है।
31 मई एवं 1 जून को शहरी थाना क्षेत्रों में विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान पुलिस ने कुल 39 वारंट— जिनमें 13 स्थायी एवं 26 गिरफ्तारी वारंट शामिल हैं— तामील किए। इसके अलावा चार लंबे समय से फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की इस मुहिम के तहत 147 गुंडा एवं निगरानी बदमाशों की जांच की गई। जिन बदमाशों की उपस्थिति थाने में दर्ज नहीं थी, उन्हें उनके निवास स्थान पर जाकर चेक किया गया।

पुलिस ने इस दौरान 19 संदिग्ध व्यक्तियों को थाने लाकर पूछताछ की। इनमें से कई पर पूर्व में आपराधिक मामले दर्ज हैं। कई वारंटी ऐसे भी थे जो पिछले 5 से 6 वर्षों से फरार चल रहे थे। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर कानून के दायरे में लाया है।
अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान शहर के सिविल लाइन, कोतवाली, सरकंडा, तोरवा, सकरी और चकरभाठा थाना क्षेत्रों में सघन रूप से चलाया गया। इस दौरान गुंडा और निगरानी बदमाशों की गतिविधियों का आकलन कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई।
पुलिस ने बताया कि कई प्रमुख बदमाश पूर्व की कार्रवाई में पहले से ही जेल में निरुद्ध हैं। यह अभियान “अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत लगातार जारी रहेगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि समाज में भयमुक्त वातावरण बनाने और अपराधियों में कानून का डर बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।