



बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पारंपरिक मोटे अनाजों यानी मिलेट्स को बढ़ावा देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसी के तहत प्रदेश में मिलेट्स कैफे और कार्ट की स्थापना की जा रही है, जिसका संचालन एमएसएमई, महिला स्व-सहायता समूहों और स्टार्टअप्स को सौंपा जाएगा। इस योजना के माध्यम से न केवल किसानों को उनके उत्पादों के लिए बाजार मिलेगा, बल्कि महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्राप्त होगा।

प्रदेश के सभी शासकीय एवं अशासकीय विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर मिलेट्स कैफे और कार्ट खोले जाएंगे। इसके लिए निविदा आमंत्रित की गई है, जिसमें इच्छुक अभ्यर्थी ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं।

बिलासपुर में भी इस योजना को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। मंगलवार को साथी परियोजना के स्टेट हेड अनुराग लाल बिलासपुर पहुंचे और कलेक्टर संजय अग्रवाल के साथ बैठक की। इसके पश्चात इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय में आयोजित बैठक में इच्छुक उद्यमियों को योजना की जानकारी दी गई और उनके प्रश्नों का समाधान किया गया।

राजनांदगांव में यह प्रक्रिया पहले ही प्रारंभ हो चुकी है। उद्यमियों को कैफे संचालन हेतु निशुल्क स्थान उपलब्ध कराया जाएगा और केवल 5% संचालन शुल्क समूह को देना होगा। सभी को मिलेट्स से बने उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। इन कैफे में रागी, कोदो और कुटकी जैसे अनाज से डोसा, इडली, मोमोज, पिज्जा, मंचूरियन, बिरयानी जैसे व्यंजन तैयार किए जाएंगे।

बिलासपुर में साथी बाजार के अंतर्गत 150 स्टोर और मिलेट्स कैफे व कार्ट के लिए 400 से अधिक स्टॉल खोले जाने की योजना है। यह परियोजना किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा माध्यम बनेगी। साथ ही इससे लोगों को स्वास्थ्यवर्धक आहार भी मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि मिलेट्स के उपयोग को प्रोत्साहन मिलने से घरेलू खपत में वृद्धि होगी और इसका सीधा लाभ किसानों, उद्यमियों और आमजन को मिलेगा। मंगलवार की बैठक में साथी परियोजना के स्टेट हेड अनुराग लाल, उद्यमी डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार दास, प्रोजेक्ट की संयोजिका बिंदु सिंह कछवाहा और बड़ी संख्या में एंटरप्रेन्योर उपस्थित रहे।

आगामी 20 मई को इस परियोजना को लेकर एक और अहम बैठक कलेक्टर के साथ प्रस्तावित है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में बड़ी संख्या में युवा एंटरप्रेन्योर, अधिकारी और योजना से जुड़े प्रतिनिधि शामिल होंगे।

