


रामनवमी के पावन अवसर पर बिलासपुर में हर वर्ष की भांति इस बार भी भव्य शोभायात्रा निकाली गई । यह आयोजन विगत 6 दशकों से किया जा रहा है। शाम को सदर बाजार स्थित वेंकटेश मंदिर से इस शोभायात्रा की शुरुआत हुई। इस वर्ष शोभा यात्रा की झांकियो को 500 किलो से अधिक फूलों से सजाया गया। बिलासपुर में 100 से अधिक वर्ष पुराने वेंकटेश मंदिर में राम जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। यहां मौजूद भगवान श्री राम के 52 वर्ष पुराने आसान को भव्य तरीके से सजाया गया। मंदिर में सुबह आरती ,भजन और तत्पश्चात भोजन प्रसाद का वितरण किया गया।





इस शोभायात्रा में हनुमान जी और भगवान श्री राम की विशालकाय प्रतिमाओं के अलावा श्री राम दरबार, यज्ञ की रक्षा करते राम लक्ष्मण, गोस्वामी तुलसीदास, अयोध्या के रामलला और नवदुर्गा की जीवंत झांकी सम्मिलित रही।
शोभा यात्रा में वीरांगनाओं द्वारा झांकियो के सम्मुख शौर्य प्रदर्शन किया गया। बैंड बाजे के साथ पारंपरिक कर्मा, ददरिया, सुआ, रावत नर्तकदल ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। शोभायात्रा की अगवाई बंगाल के ढाकी ग्रुप ने किया, जिसमें पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया।

सिम्स चौराहे से निकलकर गोल बाजार, गांधी चौक, शिव टॉकीज चौक, पुराना बस स्टैंड, सत्यम चौक, ईदगाह सड़क होते हुए यह शोभायात्रा वापस श्री वेंकटेश मंदिर पहुंची।
रास्ते में पुराना बस स्टैंड हनुमान मंदिर के समक्ष हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। वेंकटेश मंदिर पहुंचकर यहां मंगल आरती की गई और प्रसाद का वितरण किया गया।
शोभायात्रा में बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला समेत कई विशिष्ट जन सम्मिलित हुए, वहीं भगवा धारण कर बड़ी संख्या में सनातनियों ने शोभायात्रा में सम्मिलित होकर जय श्री राम का उद्घोष किया।



