

बिलासपुर: साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका अपनाते हुए महाधिवक्ता कार्यालय में कार्यरत निज सचिव अविनाश चंद्रन को अपना शिकार बना लिया। ठगों ने खुद को सीएसईबी (छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) अधिकारी बताकर अविनाश चंद्रन को फोन किया और कहा कि उनके रायपुर स्थित बंद मकान का बिजली मीटर अपडेट नहीं हुआ है। यदि इसे तत्काल अपडेट नहीं कराया गया तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा।
बिजली कटने के डर से पीड़ित ने ठगों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर दिया और ओटीपी साझा कर दिया। इसके बाद उनके बैंक खाते से 54 हजार रुपये निकाल लिए गए। ठगी का अहसास तब हुआ जब उनके मोबाइल पर बैंक ट्रांजेक्शन का मैसेज आया।
अविनाश चंद्रन ने तत्काल चकरभाठा थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन शुरुआत में पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की क्योंकि खाते से पैसे नहीं कटे थे। अगले दिन, 20 मार्च को, दोबारा ओटीपी जनरेट हुआ और खाते में पैसे नहीं मिले, जिससे ठगी की पुष्टि हो गई। इसके बाद चकरभाठा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर साइबर अपराधियों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस की अपील: सावधानी बरतें, ओटीपी न साझा करें
एसडीओपी ने बताया कि साइबर अपराधी लगातार फर्जी कॉल और लिंक के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपनी ओटीपी या बैंकिंग डिटेल्स किसी के साथ साझा न करें।
