
आकाश मिश्रा

फिल्म गंगाजल का एक मशहूर डायलॉग है। ई तो साला होना ही था। कोनी टी के साथ वही हुआ जिसकी उम्मीद सभी को थी। विगत रविवार को कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम रमतला में टेंट लगाकर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। बताया जा रहा है कि पिछले क्रिसमस के से ही इस तरह का आयोजन लगातार हो रहा है , जिसमें आसपास के ग्रामीणों को दावत, चंगाई सभा का प्रलोभन देकर उन्हें धर्मांतरित करने का प्रयास किया जा रहा है। जब हिंदू संगठन से जुड़े लोग इसका विरोध करने पहुंचे तो कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन बिल्कुल पक्षपाती नजर आए। उन्होंने बेवजह ठाकुर राम सिंह और दिनेश घोरे के साथ अभद्रता की। उन्हें धमकी दी।
भाजपा प्रदेश सरकार स्वयं धर्मांतरण के खिलाफ है। गृह मंत्री तक इसकी शिकायत पहुंची थी जिसके बाद कार्यवाही तय थी।

हालांकि कोनी थाना प्रभारी के निलंबन की वजह कुछ और बताई जा रही है। नवीन देवांगन के ही थाना क्षेत्र लोफंदी में अवैध शराब के कारोबार में गिरफ्तार सात आरोपियों को जमानत मिल गई । पिछले दिनों इस क्षेत्र में जहरीला शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने कड़ा रुख लिया था , लेकिन बताया जा रहा है कि कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन का इन अपराधियों के प्रति भी नरम रुख था । इससे पहले भी उनकी कार्यशैली विवादों में रही है। बताया जा रहा है कि कोनी आईटीआई नवीन देवांगन ने आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकार्ड को न्यायालय में पेश नहीं किया था, जिससे उन्हें राहत मिली और आसानी से जमानत मिल गई। पुराने आपराधिक मामलों को केस डायरी में शामिल नहीं करने को एसपी रजनेश सिंह ने बड़ी चूक माना और इस पर नाराजगी जताते हुए टी आई नवीन देवांगन को निलंबित कर दिया।
