

सेंट्रल बंगाली एसोसिएशन, बिलासपुर द्वारा संस्था के स्थापना दिवस पर समाज सेवा का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया गया। संस्था के सदस्यगणों द्वारा कुड़ूदण्ड स्थित शिशु सेवा सदन , ” मातृछाया” में पहुंचकर छोटे छोटे दूध मुंह शिशुओं के लिए चावल, आटा , सूजी, तेल साबुन, बिस्किट इत्यादि आवश्यक सामग्री प्रदान किया गया। यह सदन अनचाहे बच्चों को मां या परिवारजनों के द्वारा त्याग दिए जाने पर उनके देखभाल और गोद लेने की प्रक्रिया तक उचित कदम उठाते हुए उन्हें एक आदर्श वातावरण देने का प्रयत्न करता है।
सेंट्रल बंगाली एसोसिएशन ने अपने सदस्यों से प्राप्त अनुदान राशि से राशन एवं उपयोगी वस्तु क्रय कर सदन को सौंपा। इसके अतिरिक्त, कुछ सदस्यों ने चावल, दूध, बेडशीट, बच्चों का ड्रेस इत्यादि प्रदान किया।
मातृछाया को एसोसिएशन की ओर से नगद राशि भी प्रदान की गई। इस अवसर पर अध्यक्ष बि सी गोलदार ने सभी सदस्य का धन्यवाद करते हुए शिशु सेवा सदन को अनेक साधुवाद प्रदान की। उन्होंने समाज में व्याप्त विषमता के विरूद्ध सेवा भाव से उठाए गए इस कदम को एक सक्रिय कदम मानते हुए इस दिशा में सभी को आगे बढ़कर मातृछाया जैसी संस्थाओं की मदद करने का अनुरोध किया।
सेवा सदन प्रमुख भास्कर वर्तक ने सेंट्रल बंगाली एसोसिएशन का इस कार्य के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह जानकारी प्रदान की कि शिशुओं की रक्षा तथा सही देखभाल से ही देश को उचित दिशा में बढ़ा सकते है।
एसोसिएशन के महासचिव असित वरण दास ने सभी कार्य कर्ताओं को इस प्रकार के आयोजनों के लिए आभार प्रकट करते हुए भविष्य में और अधिक सामग्री और रकम के साथ जुड़ने के लिए आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में बि सी गोलदार , असित बरन दास, सुजीत मित्रा, भक्तिमय चौधरी, आर एन चटर्जी , आशीष मजूमदार,तनु मित्रा, तरुण विश्वास, एस एन चटर्जी, त्रिपुरारी मोइत्रा , अशोक बोस, जयश्री सरकार, रमा चौधरी, स्वप्ना जाना, सुमिता दासगुप्ता, रत्न चटर्जी, अंकिता सरकार इत्यादि सदस्य उपस्थित रहे। इसके अलावा अनेक सदस्यो ने अनुदान देकर इस सेवा कार्यक्रम को सफल बनाया।