

सीआरपीएफ हेड कांस्टेबल ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। खुदकुशी करने से पहले उसने पत्नी के नाम पत्र लिखकर छोड़ा है। पोस्टमार्टम के बाद कांस्टेबल के शव को उनके गृह ग्राम भेजा जा रहा है। सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल गगन पाठक 46 वर्ष असम के रहने वाले थे। वह भरनी स्थित सीआरपीएफ के कैंप में तैनात थे। रविवार की सुबह सभी जवान गणना के दौरान बाहर निकले तो गगन बहाना बनाकर कमरे में ही रुक गए और अंदर से दरवाजा बंद कर पंखे से फंदा लगाकर फांसी लगा ली। जब जवान बैरक में लौटे तो भीतर से दरवाजा बंद था। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो फिर खिड़की से झांक कर देखने पर पता चला कि कांस्टेबल ने फांसी लगा ली है।
सूचना मिलने पर सीआरपीएफ के कमांडेंट अन्य अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची। शव को उतरवाकर पंचनामा किया गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हेड कांस्टेबल की जेब से पत्नी के नाम एक चिट्ठी निकली है जिसमें उसने खुश रहने और बच्चों का ख्याल रखने की बात कही है। पत्र में भी खुदकुशी के कारण का स्पष्ट जिक्र नहीं है। जानकारों ने बताया कि हेड कांस्टेबल गगन पाठक ने कई लोगों से कर्ज ले रखा था। इस वजह से वह परेशान रहता था। हालांकि खुदकुशी की वजह यही है यह स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
