बिलासपुर, कलेक्टर अवनीश शरण ने अपनी साप्ताहिक नियमित जनदर्शन में सैकड़ों लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने मिलने पहुंचे हर व्यक्ति से मुलाकात कर उनकी परेशानी पूछी और इनके समुचित निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर ही दो दिव्यांगों का तत्काल राशन कार्ड बनाकर वितरित किया।
जनदर्शन में रतनपुर तहसील के ग्राम सेमरी की महिला सुशीला बाई ने आवेदन दी। उन्होंने बताया कि उनके घर पहुंचने की निस्तारी रास्ता को एक आदमी बेजा कब्जा कर रास्ता बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। कलेक्टर ने उनका आवेदन एसडीएम कोटा को भेजकर निदान करने के निर्देश दिए। ग्राम धुमा के रहने वाले सेक्यूरिटी गार्ड ने अपनी कम्पनी नेशनल सेक्यूरिटी सर्विस के विरूद्ध दो महीने का वेतन नहीं दिये जाने की शिकायत की। सहायक श्रम आयुक्त को उनका आवेदन भेजते हुए दिलाने को कहा गया है। नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी आलोक चंद्र मौर्य ने ज्ञापन देकर शुल्क माफ करने का अनुरोध किया। लगभग 29 हजार रूपए की फीस जमा नहीं कर पाने के कारण स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें टीसी एवं मार्कशीट नहीं प्रदाय किया जा रहा है। कलेक्टर ने प्राचार्य को उनका आवेदन भेजते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
उसलापुर के दिलीप कुमार ने भी कलेक्टर से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी की आकाशीय बिजली गिरने से 9 माह पहले मौत हुई थी। तमाम औपचारिकता पूर्ण किये जाने के बाद भी तहसील कार्यालय द्वारा स्वीकृति के लिए जिला कार्यालय फारवर्ड नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर ने एसडीएम तखतपुर को इसकी जांच कर तुरंत प्रकरण भिजवाने को कहा है। तखतपुर के पाली के ग्रामीणों ने सरपंच लल्लूराम साहू के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने शासकीय जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। एसडीएम तखतपुर को आवेदन भेजकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बिल्हा विकासखण्ड के ग्राम हरदी कला के किसान श्रीचंद कौशिक ने भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि उनकी कृषि भूमि पर फलाई ऐश से ईंट बनाने वाली उद्योग का राखड़ पहुंचता है जिससे प्रदूषण के साथ फसल भी बर्बाद हो रही है। एसडीएम बिल्हा को इसकी जांच एवं कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
दिव्यांग रहीम एवं अशोक को मिली त्वरित सहायता
जनदर्शन में दो दिव्यांग भी अपनी समस्या लिए पहुंचे। बेलगहना के रहने वाले रहीम खान और कोनचरा के अशोक यादव ने भी जनदर्शन में कलेक्टर से मुलाकात की। रहीम खान 80 फीसदी से ज्यादा दिब्यांग हैं। वे लकड़ी से बने पीढ़े में चलते हैं। पीढ़ा में चक्का फिट किए हैं और लगभग घिसटते हुए आगे बढ़ते हैं। उन्होंने राशन कार्ड नहीं होने की जानकारी देकर कलेक्टर से दिलाने की मांग की। कलेक्टर ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल खाद्य अधिकारियों को निर्देश दिए। कुछ ही पलों में अंत्योदय राशन कार्ड तैयार हो गया। कलेक्टर अपनी कुर्सी से उठकर उनके समीप पहुंचे और उन्हें कार्ड सौंपा। इसी प्रकार कोनचरा के अशोक कुमार यादव का भी तुरंत अंत्योदय राशन कार्ड बनाकर दिया गया। दोंनों दिब्यांगों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद देते हुए त्वरित मदद के लिए कलेक्टर के प्रति आभार जताया।