तिफरा शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल में शिक्षकों की अनुपस्थिति और बच्चों से श्रम कराए जाने के आरोप के सही पाए जाने पर प्रधान पाठक निलंबित

एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में तिफरा शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल में व्याप्त भर्राशाही के उजागर होने के बाद संयुक्त संचालक ने स्कूल के प्रधान पाठक एल एल मरावी को निलंबित कर दिया है। स्ट्रिंग ऑपरेशन में दिखाया गया था कि किस तरह से 15 शिक्षकों वाले स्कूल में 13 शिक्षक अनुपस्थित थे। बच्चे पढ़ाई करने की बजाय बारदाना समेटते नजर आए थे। जब इस बारे में प्रधान पाठक से सवाल किया गया तो जवाब देने की बजाय वर भागते और झूठ बोलते नजर आए। इसकी जानकारी होने पर जब स्कूल शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेकर जांच पड़ताल की तो प्रधान पाठक अनुपस्थित शिक्षकों के अवकाश आवेदन तक नहीं दिखा पाए।

इस स्कूल में कक्षा छठवीं से आठवीं तक 774 छात्र है,जबकि स्कूल में प्रधान पाठक समेत 15 शिक्षक नियुक्त है, लेकिन मंगलवार को इस स्कूल में केवल एक शिक्षिका ही नजर आई थी। बाकी सब बिना किसी अवकाश के गायब थे। पता चला कि शिक्षकों के न होने पर स्कूल में पढ़ाई नहीं होती और बच्चों से तमाम काम कराए जाते हैं । जिनमे राशन के बोरे एकत्रित कर जमाने का काम भी शामिल है। और यह सब कुछ कमरे में कैद हो गया। इसे लेकर प्रधान पाठक लखन लाल मरावी से पूछताछ हुई तो वे किसी भी सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए ।


शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तिफरा के प्रधान पाठक लखनलाल मरावी द्वारा बच्चों से अध्यापन कार्य न कराया जाकर उनसे अन्य कार्य कराए जाने की शिकायत सही पाई गई। शिक्षक भी समय से पूर्व शाला छोड़कर चले गए थे। स्ट्रिंग ऑपरेशन के दौरान स्कूल में केवल एक मात्र शिक्षिका शुभ सेन शर्मा मौजूद थी। इस मामले में जब कक्षा सातवीं के बच्चों से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी आरोपी की पुष्टि की। मीडिया कर्मियों को प्रधान पाठक ने बताया था कि शिक्षक अवकाश पर है लेकिन यह बिल्कुल झूठ था। यानी प्रधान पाठक ने स्वेच्छाचारिता का प्रदर्शन किया है। स्कूल की शिक्षिका सपना पांडे 27 जनवरी से लेकर 6 मार्च तक 40 दिन संतान पालन अवकाश पर थी लेकिन उपस्थिति पंजी में एक से चार मार्च तक एल एल अवकाश लिखा गया था। निरीक्षण के दौरान कक्षाओं में भी तमाम अव्यवस्थाएं पाई गई । बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त टाटपट्टी भी नहीं थे। कक्षाओं में विद्युत तार अवस्थित लटके हुए थे, जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता था। सब कुछ देखते हुए संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर द्वारा प्रधान पाठक लखनलाल मरावी को स्पेंड कर दिया गया है।

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