बुराई, असत्य और आतंक के प्रतीक रावण का वध 8 दिन के भीषण युद्ध के बाद भगवान श्री राम ने किया था। रावण को हराना आसान नहीं था क्योंकि उसके पास विमान, अमोध अस्त्र-शस्त्र और शिवजी का वरदान प्राप्त था, साथ ही रावण के पास मायावी शक्तियां भी थी। इसके बाद भी अगर रावण हारा तो इससे यही संदेश जाता है कि बुराई के पास कितनी भी ताकत हो, उसका अंत होता ही है। यही संदेश देने हर वर्ष विजयदशमी पर रावण के पुतले का दहन किया जाता है ।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री राम दशहरा उत्सव समिति राजकिशोर नगर द्वारा रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। राजकिशोर नगर सरस्वती शिशु मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में शनिवार संध्या रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। आयोजन के मुख्य अतिथि बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला है। विशिष्ट अतिथि के रूप में पामगढ़ विधायक श्रीमती शेष राज हरवंश, पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास , किरण सिंह उपस्थित रहेंगे। इनके अलावा प्रणय सिंह, धर्मेश धुर्वे, संध्या तिवारी भी अतिथि के तौर पर मौजूद होंगे।
आयोजन समिति के विवेक तिवारी ने बताया कि राज किशोर नगर क्षेत्र शहर से दूर है और यहां ऐसे कई बीमार एवं बुजुर्ग लोग रहते हैं जो शहर में भीड़भाड़ वाले इलाकों में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पाते, उन्हीं को ध्यान में रखकर विगत कई वर्षों से यह आयोजन किया जा रहा है। इस बार यहां 60 फीट ऊंचे रावण का पुतला तैयार किया गया है । रावण दहन से पहले यहां राम दरबार की झांकी प्रस्तुत की जाएगी। साथ ही आकर्षक आतिशबाजी भी होगी।