


आपको क्या लगता है कि आपके घर से निकले कबाड़ से ही कबाड़ियों का धंधा चलता है ? अगर आपको ऐसा लगता है तो आप बहुत ही भोले हैं। कबाड़ियों का असली मुनाफा तो चोरी के समान से है। चोरी की मोटरसाइकिल हो या कुछ और सामग्री, इन्हें काटकर कबाड़ में तब्दील किया जाता है। यही कारण है कि समय-समय पर पुलिस अवैध कबाड़ के कारोबार पर प्रहार करती है। एक बार फिर एसपी के निर्देश पर कोटा पुलिस ने मोहार खार कोटा निवासी शीतल दास मानिकपुरी के ठिकाने पर छापा मारा तो वहां 35 क्विंटल चोरी का कबाड़ मिला, जिसकी कीमत 75,000 रु है। पुलिस को सूचना मिली थी कि मोहार खार कोटा में संचालित कबाड़ी दुकान में भारी मात्रा में मोटरसाइकिल के कटे हुए पार्ट्स मौजूद हैं।
असल में जो चोर मोटरसाइकिल चोरी करते हैं उन्हें ऐसे ही कबाड़ियों को बेच देते हैं। इस कारण से अधिकांश मामलों में चोरी के मोटरसाइकिल मिलते ही नहीं। पुलिस को शीतल दास मानिकपुरी के कबाड़ दुकान में भी पुराने मोटरसाइकिल के कटे हुए पार्ट्स, पुरानी मोटरसाइकिल, दो गैस सिलेंडर, 10 मोटरसाइकिल की इंजन, लोहे के सामान, अल्युमिनियम तार, कटर मशीन जैसी सामग्री मिली। 75,000 के संदिग्ध कबाड़ को पुलिस में जप्त किया तो वहीं आरोपी शीतल दास मानिकपुरी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की गई है।