अखिल भारतीय संत समिति धर्म समाज छत्तीसगढ़ प्रमुख आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज “पीतांबरा पीठाधीश्वर” ने कहा की हमारा पडोसी बांग्लादेश एक विचित्र ,अनिश्चिता , हिंसा और अराजकता में फसा हुआ है । हसीना सरकार के त्यागपत्र और उनके देश छोड़ने के बाद अन्तरिम सरकार के गाठन की प्रक्रिया चल रही है। संकट की इस घड़ी में भारत बांग्लादेश के समस्त समाज के साथ एक मित्र के नाते मजबूरी से खड़ा है।
जीवन में सब प्राप्त हो सब चाहते है सुख संतान संपत्ति साधन आदि आदि यश भी परंतु विचार करें क्या हम ऐसा आचरण करते हैं सदगुरु देव कहतें हैं किसी भी विषम परिस्थिति में जहां अधर्म हो रहा हो उसका विरोध करो अर्थात वाणी से शरीर बल से अथवा जो भी आप कर सकतें है करो विचार करें एक पात्र हैं रामायण में जटायु जो पक्षी है उनके आचरण से सीखें रावण जब माता सीता को चुराकर ले जा रहा था जटायु ने विरोध किया जटायु जानते हैं में रावण से जीत नही सकता फिर भी विरोध किया अर्थात नारी के सम्मान उसकी रक्षा करना प्रत्येक सधर्मी का कर्तव्य है जीव होने का अर्थ है अन्याय का विरोध जो आज की स्थिती में प्रत्येक सनातनी के लिए आवश्यक है ।