करीब 3 साल पहले गणराज सूर्यवंशी नाम के व्यक्ति ने कोटा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि सीपत निवासी प्रेम खरे और बृजेश गुप्ता ने गणराज सूर्यवंशी को पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 16 मई 2018 को 3 लाख रुपये लिए थे लेकिन उन्होंने ना तो नौकरी लगाई, ना जॉइनिंग लेटर दिया और ना ही पैसे लौटाए। पैसे मांगने पर वे बहाने बनाते रहे । इस मामले में गणराज सूर्यवंशी ने 21 जनवरी 2021 को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने 13 फरवरी 2021 को मामले के आरोपी प्रेम खरे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद से बृजेश गुप्ता फरार था, जिसे पुलिस लगातार ढूंढ रही थी। अब जाकर बृजेश गुप्ता पुलिस के हाथ लगा है, जिसे धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला करीब 6 साल पुराना है।