हाई कोर्ट में डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी लगाने के नाम पर दो युवकों से की गई ठगी के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सक्ति जिले के बाराद्वार क्षेत्र के ग्राम भुरसी डीह में रहने वाला कैलाश राठौड़ डाटा एंट्री ऑपरेटर की ट्रेनिंग करने के बाद भिलाई स्टील प्लांट में प्राइवेट नौकरी कर रहा था। इसी दौरान सितंबर 2023 में चाम्पा निवासी उसके बचपन के दोस्त अमर सिंह धनवार के साथ उसने हाईकोर्ट में डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए ऑफलाइन फॉर्म जमा किया था। मई 2024 में उसके दोस्त अमर ने उसे बताया कि बिलासपुर के चंद्रकांत पांडे से उसकी बातचीत हुई है जो पैसे लेकर नौकरी लगा सकता है। उसने बताया कि नौकरी लगने के लिए ढाई लाख रुपए मांगे जा रहे हैं ।अमर सिंह की बात सुनकर कैलाश राठौड़ भी झांसे में आ गया। दोनों ने चंद्रकांत पांडे से मुलाकात की और किस्तों में डेढ़ लाख रुपए दे दिए ।
जब दोनों ने नौकरी लगाने की बात की तो चंद्राकांत और उसके साथियों ने मिलकर उन्हें डाटा एंट्री ऑपरेटर का नियुक्ति आदेश दे दिया। जब दोनों युवक उसे लेकर हाईकोर्ट पहुंचे तो हाई कोर्ट कर्मियों ने बताया कि ऐसी कोई वैकेंसी निकली ही नहीं है। इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई थी । पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले बंधवा पारा सरकंडा निवासी आनंद गौतम, लालपुर मुंगेली निवासी चंद्रकांत पांडे और जोरापारा सरकंडा निवासी खेलन प्रसाद साहू को गिरफ्तार कर लिया है।