दुकानदारों से मिलीभगत कर फर्जी बिल के जरिए मलिक को 8 लाख का चूना लगाने वाला कंप्यूटर ऑपरेटर साथियों सहित गिरफ्तार


दवा के थोक व्यापारी के कर्मचारी ने ही दुकानदारों के साथ सांठगांठ कर 8 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर दी।
क्रांति नगर में रहने वाले आशीष मित्तल का प्रदीप हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से दवाइयो का थोक कारोबार है। उनके दुकान में सकरी कोडापुरी निवासी योगेश कारके कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम करता था, जो बिलासपुर और आसपास दवाइयो की सप्लाई का आर्डर लेकर बिल तैयार करता था। योगेश कारके ने अन्य दवा दुकानदारों के साथ सांठगांठ कर बिल की राशि में सुधार कर कूटरचना कर वास्तविक बिल की राशि और दवाइयों की संख्या को घटाकर बिल जारी किया। इस तरह से उसने करीब आठ लाख रुपए की धोखाधड़ी की, जिसकी जानकारी होने पर आशीष मित्तल ने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली थाने में की। पुलिस ने जांच के बाद योगेश कारके को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह गुमराह करने की कोशिश करने लगा। लेकिन फिर पुलिसिया पूछताछ में उसने सारे राज उगल दिए।


इस मामले में उसके अन्य सहयोगी शिव बांधा मुंगेली निवासी ललित कुमार साहू, तखतपुर निवासी गुलशन तोलानी , बेमेतरा निवासी ओम प्रकाश साहू, कुंडा कवर्धा निवासी दुर्गेश चंद्राकर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पता चला कि आरोपियों ने मिलीभगत कर फर्जी बिल तैयार कर प्रदीप हेल्थ केयर के संचालक को 1 साल के भीतर ही 8 लाख रुपये का चूना लगाया था। इन लोगों के पास से फर्जी बिल और मोबाइल आदि जप्त किया गया है। धोखाधड़ी के आरोप में इन्हें गिरफ्तार किया गया है।

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