

पिछले दिनों इंजीनियरिंग की छात्रा की सड़क दुर्घटना में हुई मौत को लेकर शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी का घेराव कर दिया। यहां इस कारण काफी देर तक हंगामा मचा रहा
करीब 15 दिन पहले बिलासपुर रतनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेंदरी के पास तड़के सड़क हादसे में इंजीनियरिंग की छात्रा उत्तर प्रदेश के जालौन निवासी शैलजा सिंह की मौत हो गई थी। वह हॉस्टल में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। पता चला कि छात्रा बिना अनुमति के पूरी रात आंध्र प्रदेश के चौड़ाबरण निवासी 23 वर्षीय छात्र शेल्फर शेट्टी के साथ मोटरसाइकिल पर घूमने निकली थी। यह भी पता चला कि छात्रा खुद मोटरसाइकिल चला रही थी और सड़क हादसे की शिकार हो गई , जिसमें उसकी जान चली गई। इधर इसे मुद्दा बनाते हुए शुक्रवार को बड़ी संख्या में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र यूनिवर्सिटी पहुंचे तो उन्हें पता चला कि यूनिवर्सिटी में अधिकांश अफसर नहीं है। कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल के दिल्ली दौरे पर होने की बात कह कर उन्हें बाद में आने के लिए कहा गया, जिससे आक्रोशित छात्रों ने कर्मचारियों को प्रशासनिक भवन से बाहर निकाल कर ताला लगा दिया और गेट पर नारेबाजी करने लगे। इन छात्रों का कहना है कि हॉस्टल में रहने वाली इंजीनियरिंग स्टूडेंट् बिना अनुमति रात भर बाहर थी। इसके बाद भी हॉस्टल वार्डन ने एक्शन नहीं लिया, अगर समय रहते कार्रवाई की जाती तो फिर छात्रा की जान बच सकती थी। वही विश्वविद्यालय प्रबंधन की कार्यशैली को लेकर भी छात्र नेताओं ने अपना रोष व्यक्त किया है ।

गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में तालाबंदी कर छात्र नेता दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते रहे। इस हंगामें की वजह से यहां अफरातफरी का माहौल रहा, हालांकि इस पूरे मामले में अधिक दोष पीड़ित छात्रा का ही नजर आ रहा है लेकिन उसके समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयुष तिवारी, आराध्या तिवारी, शशांक सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की और कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे।

