आगामी लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती लगभग शुरू हो चुकी है। कभी भी भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी हो सकती है। दरअसल केंद्र में मोदी के मैजिक के आगे विपक्ष चारों खाने चित्त है । विपक्ष केवल औपचारिकता निभाने के लिए ही यह चुनाव लड़ रहा है। देश में चर्चा यह नहीं है कि मोदी चुनाव जीतेंगे या नहीं, बल्कि चर्चा यह है कि मोदी को 400 सीट मिल पाएगा या नहीं। इससे ही मोदी सरकार की मजबूती समझी जा सकती है।

छत्तीसगढ़ में पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 11 में से 9 सीट मिले थे लेकिन इस बार भाजपा 11 के 11 सीट पर ही जीतने का दावा कर रही है और यह दावा हवा हवाई नहीं लग रहे। जिस तरह से 5 साल के कुशासन से कांग्रेस सरकार से प्रदेश की जनता रुठ गई थी और सत्ता परिवर्तन किया, उससे अनुभव किया जा रहा है कि मोदी का मैजिक इस बार छत्तीसगढ़ पर भी जमकर चलेगा और मुमकिन है कि भाजपा यहां से 11 सीट पर जीते। इधर कुछ सीटों पर प्रत्याशी लगभग तय हो गए हैं ।

पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खाते में कोरबा और बस्तर की सीट नहीं आई थी, इसलिए भाजपा के लिए यह दोनों सीट महत्वपूर्ण है। इधर कोरबा से 2018 में ही विधानसभा चुनाव में निपट चुके विकास महत्व अपने लिए लॉबिंग कर रहे थे ,लेकिन जब से इस सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा सरोज पांडे ने जताई तब से बाकी प्रत्याशियों के नाम हाशिये पर चले गए। कोरबा लोकसभा सीट से सरोज पांडे का नाम लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि यहां से विकास महतो के अलावा डॉक्टर देवेंद्र पांडे, गीतानंद अग्रवाल , नवीन पटेल राजीव रत्न आदि ने भी प्रयास किया है, लेकिन उम्मीद बेहद कम है।

इधर कोटा विधानसभा चुनाव हार चुके प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने भी बिलासपुर और कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है ।अगर बिलासपुर से अमर अग्रवाल दावेदारी करते हैं तो उन्होंने कोरबा से उम्मीदवारी ही इच्छा जाहिर की थी, लेकिन अब जब कोरबा से सरोज पांडे का नाम लगभग फाइनल है तो फिर माना जा रहा है कि उन्हें भी बिलासपुर से लोकसभा का टिकट मिल सकता है। हालांकि बिलासपुर से विधायक अमर अग्रवाल का नाम भी काफी ऊपर है। इनके अलावा पूर्व विधायक रजनीश सिंह, प्रफुल्ल शर्मा, लखनलाल साहू, दुकालू साहू, बृजेंद्र शुक्ला , डॉक्टर ललित मखीजा के नाम भी पाइप लाइन में है।

दुर्ग से एक बार फिर मौजूदा सांसद विजय बघेल का नाम लगभग पक्का है। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरोध चुनाव लड़कर अपनी निष्ठा दर्शायी थी, जिसका उन्हें लाभ मिल सकता है।

दिल्ली में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि इसमें प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हो चुके हैं। जल्द ही उनकी घोषणा की जाएगी ।

इनके नाम पर हुई चर्चा

सरगुजा – कमलभान सिंह, रामसेवक पैकरा, विजय नाथ सिंह, रामकिशुन सिंह

रायगढ़- आरपी साय, गोमती साय, सुषमा खलको, गेंदालाल कंवर, रजनी राठिया,

जांजगीर- गुरु दयाल पाटले, कमलेश जांगड़े, राजेश्वर पाटले, वेदराम मन्हारे, नवीन मार्कंडेय, डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी, कमला पाटले, संतोष लहरे अंबेश जांगड़े।

राजनंदगांव – अभिषेक सिंह, फुल बासन बाई, कोमल सिंह राजपूत, रमेश पटेल, मधुसूदन यादव, संतोष पांडे।

रायपुर – मौजूदा सांसद सुनील सोनी के अलावा लक्ष्मी वर्मा ,अंबिका यादव, संजय श्रीवास्तव, केदारनाथ गुप्ता , ओमप्रकाश वर्मा और बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी इसमें शामिल है ।

महासमुंद- यहां से चंदूलाल साहू और चुन्नीलाल साहू के नाम पर चर्चा हुई है।

कांकेर- भोजराज नाग, विकास मरकाम, मौजूदा सांसद सांसद मोहन मंडावी, राधेलाल नाग पर विचार किया जा रहा है।

बस्तर- इस महत्वपूर्ण सीट से रूप सिंह मंडावी, दिनेश कश्यप , शुभाऊराम कश्यप, महेश गागड़ा और ओजस्वी मंडावी के नाम पर चर्चा है।

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