आकाश दत्त मिश्रा
रिश्तो को कलंकित करने की हैरान करने वाली खबर मुंगेली जिले के फास्टरपुर से आई है, जहां बुजुर्ग रिश्ते में नाना ससुर ने मुक नाती की मूकबधिर पत्नी के साथ दुष्कर्म किया। फास्टरपुर में रहने वाला युवक किसी काम से लोरमी गया था। उस वक्त उसके माता-पिता भी खेत में काम कर रहे थे, तो वही भतीजा भतीजी स्कूल गए थे। 21 फरवरी को घर पर उसकी मूक बधिर पत्नी अकेली थी। तभी पड़ोस में रहने वाला उसका 62 वर्षीय नाना ससुर मोहन जोशी वहां पहुंचा। मूकबधिर बहु को अकेली देखकर बुजुर्ग की नियत डोल गई। उसने बहु से पीने के लिए पानी और खाना मंगा, जब विवाहिता खाना- पानी लेने के लिए किचन में गई तो पीछे-पीछे बुजुर्ग भी चला आया और घर के भीतर से दरवाजा बंद कर लिया। नाती बहू पर बुरी नीयत रखने वाले मोहन जोशी ने खाना खाने के बाद खाने को बेस्वाद बताया और पानी की मांग की। जब बहू ने पानी का गिलास थमाया तो उसने बहू का हाथ पकड़ लिया।
इसके बाद मोहन जोशी नाती बहु को जबरदस्ती खींचकर बेडरूम में ले गया और बलपूर्वक उसके साथ दुष्कर्म किया। वैसे भी विवाहित मूक बधिर थी, जो ना तो चीख सकती थी ना कुछ बोल सकती थी। किसी तरह उसने आवाज निकालने की कोशिश की तो अपने मकसद को अंजाम देकर मोहन जोशी गांव की तरफ भाग गया।
जब घर पर पति और बाकी लोग लौटे तो महिला ने इशारे इशारे में पूरी घटना की जानकारी दी, जिन्होंने फास्टर पुर थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस के लिए भी यह हैरान करने वाला मामला था। पुलिस ने पूरे मामले की विवेचना के लिए एक टीम का गठन किया और फरार आरोपी की तलाश शुरू की, तो पता चला कि दुष्कर्मी मोहन जोशी अपने किसी रिश्तेदार के घर लालपुर में छुपा हुआ है। इसके बाद पुलिस की टीम ने वहां पहुंचकर आरोपी मोहन जोशी को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े जाने के बाद पता चला कि बुजुर्ग होने के बाद भी मोहन जोशी किसी हैवान से कम नहीं है । वह पहले भी इस तरह की हरकत कई बार कर चुका है। कई महिलाओं ने लोक लाज के चलते इसकी कभी शिकायत दर्ज नहीं कराई । बताया जा रहा है कि इस नराधम ने अपनी सगी बहू के साथ भी ऐसा ही कुछ किया है। मुंगेली जिले के बाघमार में रहने वाला मोहन जोशी गांव में अपनी हरकतों के चलते बदनाम है । जिस महिला के साथ उसने अब दुष्कर्म किया है , उस महिला का मोहन जोशी सगा नाना नहीं बल्कि सगे नाना का भाई है। यह भी पता चला कि मोहन जोशी ने अपनी सगी बहू के साथ भी ऐसी ही हरकत की है। हालांकि उसके दो बेटे पुलिस विभाग में है। इसके बावजूद बुजुर्ग लंगोट का ढीला है और अक्सर इस तरह की हरकत करते पाया जाता है।
मामले को सुलझाने में इनका रहा योगदान
सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी सुशील कुमार बन्छोर, सउनि राजेन्द्र सिंह ठाकुर, श्रीमति रामकुमारी यादव, प्र०आर० तारे कश्यप, आर० देवीचंद नवरंग, तीजराम यादव, संजय पात्रे, रवि श्रीवास, महिला आर० हेमलता साहू, बबिता श्रीवास तथा पुलिस मित्र हरिश बघेल की सराहनीय भूमिका रही।