
आशिक खान

अंधविश्वास और अकल्पनीय बातों पर भी जब धर्म की कलई चढ़ा दी जाती है तो फिर धर्मांधता के चलते लोग ऐसे ऐसे अजीबोगरीब बातों पर भी यकीन करने लगते हैं जो वास्तव में संभव ही नहीं है। तभी तो ग्रामीण इलाकों में बिना पढ़े लिखे लोग भी अच्छे भले लोगों को बेवकूफ बनाने में कामयाब होते हैं ।बेवकूफी कहे या फिर अंधविश्वास, पिछले कुछ दिनों से सूरजपुर जिले के रामानुजगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोहनपुर पटेल पारा स्थित एक केवट परिवार के घर में भी यही खेल जारी है। हालांकि यह पूरी नौटंकी पिछले 10 सालों से जारी है। जैसा कि आमतौर पर सभी मामलों में होता है, यहां भी एक परिवार द्वारा दावा किया जाता है कि उनकी बेटी पर नाग देवता की कृपा है और उनके साथ चमत्कारी घटनाएं घटती है। अपने साथ इस परिवार ने ऐसे भी कुछ लोगों को मिला रखा है जो उनके बेसिरपैर के इन बातों की गवाही भी देते हैं। दावा किया जाता है कि इस किशोरी पर नाग देवता की कृपा है इसीलिए जब वह घर पर चलती है तो रस्सियां खुद-ब-खुद उसकी पैरों में लिपट जाते हैं । इसके बाद तो घर में चावल सब्जी की बारिश होने के भी दावे किए गए। बात बढ़ती गई तो घर में 500-500 के नोट गिरने की भी खबर फैला दी गई।

यह खबर गांव तक फैली तो जैसा कि हमेशा होता है कम पढ़े लिखे और पारंपरिक रूप से अंधविश्वासी ग्रामीण इस किशोरी में देवी शक्ति ढूंढने, इसके दर्शन के लिए आने लगे। देखते ही देखे यहां पूजा अर्चना और चढ़ावे का दौर चल पड़ा। दावा किया गया कि किशोरी के माथे में और गले में नाग देवता का चिन्ह अपने आप ऊभर आया है और लोगों ने इसे मान भी लिया।
इधर किशोरी दावा कर रही है कि नए साल के पहले दिन नाग देवता कन्या के शरीर में प्रवेश कर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। 1 जनवरी 2024 सोमवार को यह चमत्कार होने की बात कही जा रही है। यह खबर आसपास आग की तरह फैल गई है, इसलिए लोग समूह में यह अद्भुत नजारा देखने नागकन्या के घर के आस-पास इकट्ठा होने लगे हैं। इन्हीं लोगों ने कथित नाग कन्या के घर के आसपास सफाई भी की है और सब बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं कि 1 जनवरी को नाग देवता इस किशोरी पर सवार होकर उन्हें दर्शन देंगे। यहां कोई 500 के नोट की बारिश तो कोई दाल चावल सब्जी के बारिश होने की कहानी भी एक दूसरे को सुना कर प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है।
हैरानी इस बात की होती है कि 21वीं सदी में जब भारत चांद से लेकर सूरज तक पहुंच रहा है , उस जमाने में भी आज भी गांव में इस तरह की मनगढंत बातों पर लोग यकीन करते है और उससे भी बड़ी अचरज की बात ही है कि इस तरह की बातों को लेकर लोग जुनूनी हो रहे हैं।
भारत सचमुच एक आश्चर्यचकित करने वाला देश है। यहां एक साथ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक भी रहते हैं तो वहीं ऐसे लोग भी हैं जो आज भी इस तरह की पाषाण युग की बातों पर यकीन करते हैं । हालांकि कोई समझदार व्यक्ति समझ सकता है कि या तो युवती और उसका शातिर परिवार लोगों को गुमराह कर ठगी कर रहे हैं या फिर भी वे मानसिक रूप से बीमार है जिन्हें इलाज की जरूरत है। लेकिन यह बात इन्हें कौन और कैसे समझाएं ? जो समझाएगा वही इनका दुश्मन बन जाएगा। इसलिए प्रतीक्षा करनी होगी 1 जनवरी की जब सच्चाई शायद उनकी आंखें खोलें। वैसे गांव में यह अंधविश्वास का खेल चल रहा है और पुलिस को इस की खबर भी नहीं है, यह भी कम हैरान करने वाली बात नहीं है।
