

प्रवीर भट्टाचार्य

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक 5 साल की मासूम बेटी के सामने उसका पिता फांसी के फंदे पर झूल गया। फांसी के फंदे पर पिता की लटकी लाश देखता जब बच्ची रोने लगी तो लोगों को इसकी जानकारी हुई।
पत्नी के बिछोह में बेटी के सामने पिता फांसी पर लटक गया। मूल रूप से जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम सामरबार का रहने वाला 30 वर्षीय कोरवा आदिवासी रामदेव रोजी मजदूरी करता था। कुछ साल पहले उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है। पहली पत्नी से उसे 5 साल की एक बेटी है। पत्नी की मौत के बाद उसने दूसरी शादी कर ली थी। मगर दुर्भाग्य से दूसरी पत्नी भी कुछ दिन पहले उसे छोड़ कर चली गई। पत्नी से जुदाई वो बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था और पिछले कुछ दिनों से परेशान था।

23 मार्च को रामदेव अपनी बेटी को लेकर काम पर जाने की बात कह कर निकला। इसके बाद वो रविवार शाम को सरगुजा के बतौली इलाके में पहुंचा । जहां कॉलेज के पीछे सुनसान में मौजूद पेड़ के सामने बच्ची को बिठाया और फिर उसके सामने ही पेड़ पर फंदा बनाकर फांसी पर लटक गया। इस घटना से घबराकर बच्ची रोने लगी। उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोगों को घटना के बारे में जानकारी हुई। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। परिजनों से भी पूछताछ जारी है।
