राम मंदिर में आकाशदीप पूजा

बिलासपुर, रेल्वे परिक्षेत्र में स्थित श्री बालाजी मंदिर एवं श्री कोदंडा रामालयम में पिछले 30 दिनों से कार्तिक मास में आकाशदीप की पूजा की जा रही थी, मंदिर के आंगन में लगभग 50 फीट पीला लकड़ी का स्तंभ है, दीप स्टैंड के अंदर दीप जलाकर रस्सी से ऊपर खींचा जाता है उसके बाद इस दीप का दर्शन किया जाता है। कार्तिक मास में आकाशदीप का पूजा का महत्व - कार्तिक मास में दीपदान करना बहुत ही शुभ माना जाता है. कहते है कि कार्तिक माह में आकाशमंडल का सबसे बड़ा ग्रह माना जाने वाला सूर्य तुला राशि में गमन करता है. इस वजह से वातावरण में अंधकार पांव पसारने लगता है. इसलिए इस पूरे मास में दीपक जलाने, जप, तप और दान व स्‍नान करने का विशेष महत्‍व माना गया है। इस मास में श्री विष्णु जी के साथ तुलसी की भी पूजा अर्चना की जाती है. इस मास में स्नान, दान, दीप करने से कष्टों से छुटकारा मिलता है। इस मास में कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन करने से देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है. कार्तिक मास में तुलसी पूजन करने से घर में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है और घर में सुख शांति भी बनी रहती है। इस माह में भगवान की भक्ति और पूजा अर्चना करने से मनुष्य की सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इस कार्तिक मास में आकाशदीप का पूजा-अर्चना लगभग 700 श्रद्धालुओं ने मंदिर के पुजारी के पास अपना नाम, गोत्र लिखवाकर पूजा करवाया। दिनांक 13 दिसंबर 2023, दिन - बुधवार, समय - शाम 6 बजे कार्तिक मास में आकाशदीप का समापन पूजा-अर्चना दक्षिण भारतीय विधि-विधान से किया गया। इस पूजा के दर्शन के लिये लगभग 1000 से अधिक की संख्या में श्रद्धलुगण आये और भगवान से आर्शीवाद लिये जिसमें अत्यधिक महिलायें शामिल हुई। पूजा के ततपश्चात महाप्रसाद हलवा, बूंदी लड्डू एवं तेलुगू भाषी हिन्दू पंचांग कैलेंडर भी वितरण किया गया। भगवान स्वामी अय्यप्पा का पूजा- अनुष्ठान दिनांक 23 दिसंबर 2023, दिन - शनिवार को शुभारंभ पूजा सुबह 5 बजे वैकुंठ द्वार प्रवेश, श्री बालाजी भगवान का दर्शन, सुबह 5 बजे से 6:30 बजे श्री गोदादेवी मां का कुमकुम पूजा , सुबह 7 बजे स्वामी अय्यप्पा पूजा, सुबह 9 बजे सामूहिक भजन, सुबह 11 बजे पड़ी पूजा एवं भोग, सुबह 11:30 बजे महाआरती एवं दोपहर 12 बजे महाअन्नदानम किया जावेगा। धनुर्मास धार्मिक अनुष्ठान पूजा दिनांक - 17 दिसंबर 2023, दिन - रविवार से 14 जनवरी 2024, दिन - रविवार तक हर दिन सुबह 5 बजे से सुबह 6:30 बजे श्री गोदादेवी मां का कुमकुम पूजा किया जावेगा। धनुर्मास के समापन दिनांक 14 जनवरी 2024, दिन - रविवार, समय- सुबह 09 बजे श्री गोदादेवी मां का सामूहिक कल्याणम पूजा एवं तत्पश्चात महाप्रसाद वितरण किया जावेगा। जो भी भक्तजन एक माह चलने वाले धनुर्मास पूजा-अनुष्ठान करवाना चाहते हैं तो मंदिर के पंडित जी से 301/- रुपया का रशीद कटवा कर अपना नाम,

गोत्र एवं नक्षत्र लिखवा सकते हैं। पूजा अर्चना, धार्मिक अनुष्ठान, विधि-विधान एवं सुचारू रूप से करवाने हेतू मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्य जिसमें सर्वश्री आर.वीरास्वामी (अध्यक्ष), पट्नायक विपिन प्रसाद (कार्यवाहक अध्यक्ष), एस. साई. भास्कर (सचिव), जी.रविकन्ना (सह सचिव), पी.धर्मा राव (कोषाध्यक्ष), ई. सिम्माचलम (सह कोषाध्यक्ष), पंच प्रबंधक सदस्य - बी. शंकर राव, एल श्रीनिवास, प्रभाकर राव, जी. एस. प्रकाश, टी. राजेश एवं अन्य समाज के सम्मानीय जन इस धार्मिक अनुष्ठान को सफल किया गया।

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