छठ पूजा के सफल आयोजन के बाद हुई समीक्षा बैठक में हर वर्ष बिलासपुर में एक और राष्ट्रीय स्तर के विशाल आयोजन पर बनी सहमति

छठ पूजा समिति, बिलासपुर द्वारा छठ महापर्व के सफल आयोजन के पश्चात परंपरा अनुसार समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच और छठ पूजा समिति के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास के पंधी स्थित फार्म हाउस में आयोजित इस समीक्षा बैठक में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। छठ पूजा समिति के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास ने अपने उद्बोधन में छठ पूजा समिति के इस सफल आयोजन को लेकर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष दर वर्ष बिलासपुर में छठ पूजा विशाल और भव्य आकार लेता जा रहा है, इसमें जहां इस आयोजन की नींव रखने वाले समाज के वरिष्ठ जनों की मुख्य भूमिका है , तो वही वर्तमान पदाधिकारी का भी उतना ही योगदान है।

साथ ही उन्होंने इस बात पर भी हर्ष व्यक्त किया कि इस आयोजन के साथ नई पीढ़ी भी लगातार जुड़ती जा रही है जिससे आयोजन का सुरक्षित भविष्य नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि समाज के वरिष्ठ जनों और संरक्षक मंडल के आशीर्वाद एवं समिति के एक-एक सदस्य और बिलासपुर की जनता के सहयोग के बिना यह आयोजन कभी भी इतना सफल नहीं हो पाता। उन्होंने प्रस्ताव देते हुए कहा कि जब भी कोई बड़ा आयोजन सफल होता है तो उसका उत्सव मनाया जाता है। वर्तमान की गलतियों से भविष्य के लिए सबक लेने की भी परंपरा है लेकिन एक सफल आयोजन के बाद समीक्षा बैठक की बजाय आयोजन की सफलता का उत्सव मनाने का प्रस्ताव उन्होंने समाज के समक्ष रखा।


इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए समाज के वरिष्ठ जनों ने भी नई पीढ़ी के हाथ में आयोजन के सुरक्षित होने का भरोसा व्यक्त किया। छठ पूजा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अभय नारायण राय ने इस मौके पर कहा कि इस वर्ष छठ पूजा महोत्सव और विधानसभा चुनाव एक ही समय होने से प्रशासन का वैसा सहयोग नहीं मिला, जैसा कि हर वर्ष मिलता है। इसके बावजूद वर्तमान अध्यक्ष के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारी ने इस कमी को अपने स्तर पर पूरा किया और किसी को यह एहसास नहीं होने दिया कि प्रशासनिक सहयोग में कहीं कोई कमी है। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त किया कि समिति के नए सदस्य वक्त के साथ आयोजन के संचालन में हुई छोटी-मोटी त्रुटियों को सुधार कर इसे और भव्य स्वरूप देंगे।


इस अवसर पर संरक्षक मंडल के एस के सिंह ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि बिलासपुर के तोरवा छठ घाट में छठ पूजा महोत्सव के अतिरिक्त सरस्वती पूजन, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे ही आयोजन होते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में यहां हुए विशाल महायज्ञ की तर्ज पर वर्ष में ऐसा कोई राष्ट्रीय स्तर का आयोजन किया जाना चाहिए जो बिलासपुर की पहचान बन जाए। उनके इस प्रस्ताव का सभी सदस्यों ने समर्थन किया और इसकी रूपरेखा जल्द ही तय करने की बात कही है।


छठ पूजा महोत्सव के बिलासपुर में जनक कहे जाने वाले संरक्षक एस पी सिंह ने कहा कि अच्छी नियत से किया जाने वाला कोई भी आयोजन सफल होता है। क्योंकि उसमें निहित भावना पवित्र होती है । छठ महोत्सव भी इसका एक सटीक उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा कि प्रथम आयोजन से लेकर आज तक हर वर्ष कोई ना कोई समस्या आयोजन के दौरान स्वाभाविक रूप से आती रही है , लेकिन छठी मैया और ईश्वर की कृपा से उसका समाधान भी हो जाता है। उन्होंने समाज में एकजुटता बनाए रखने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपनी गलतियों से सबक लेकर भविष्य के लिए सीखना और उसमें सुधार करना चाहिए और यह बात छठ पूजा आयोजन में भी लागू होती है। इस अवसर पर छठ पूजा समिति के कोषाध्यक्ष डॉक्टर कुमुद रंजन सिंह ने वार्षिक आय व्यय का लेखा-जोखा और ब्यौरा प्रस्तुत किया।

पत्रकारों का किया सम्मान


छठ पूजा आयोजन के दौरान अपना अभूतपूर्व सहयोग एवं योददान देने वाले समिति के वरिष्ठ और कनिष्ठ सदस्यों का भी इस अवसर पर समिति पदाधिकारियो की ओर से सम्मान किया गया। इस मौके पर शाल श्रीफल से समाज के वरिष्ठ सदस्यों और संरक्षक मंडल का भी सम्मान हुआ। छठ पूजा समिति की समीक्षा बैठक का समापन प्रीतिभोज के साथ संपन्न किया गया। इस अवसर पर बिलासपुर छठ पूजा समिति के संरक्षक एसपी सिंह, एस के सिंह, वी एन झा, जे एन सिंह, राकेश दीक्षित, एचपीएस चौहान, सीएम सिंह, बी आर मिश्रा, प्रवीण झा, डॉ धर्मेंद्र कुमार दास, विजय ओझा, अभय नारायण राय, अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य, बिलासपुर के गण मान्य नागरिक, मीडिया और आयोजन में सहयोग करने वाले एनजीओ के सदस्य मौजूद रहे।

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