एक सरफिरे , वहशी, लापरवाह की वजह से सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हुई बिलासा कन्या महाविद्यालय की छात्रा हेमा आखिरकार जिंदगी और मौत की लड़ाई हार गई। 19 अक्टूबर को सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हुई छात्रा का रामकृष्ण हॉस्पिटल रायपुर में इलाज चल रहा था। लाख कोशिशें के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
19 अक्टूबर को शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राएं कॉलेज खत्म होने के बाद घर जाने के लिए निकली ही थी कि तभी राजेंद्र नगर की तरफ से एक खूनी कार लहराते हुए आई और हेमा और अन्य दर्जन भर छात्राओं को अनियंत्रित होंडा सिटी कार के चालक ने घायल कर दिया । इस सड़क दुर्घटना में कई छात्राएं घायल हुई थी लेकिन चकरभाठा निवासी हेमा वर्मा को गंभीर चोटे आई थी, जिसे पहले तो सिम्स ले जाया गया और फिर उसकी स्थिति गंभीर होने पर उसे अपोलो में ले जाया गया, लेकिन वहां वेंटीलेटर ना मिलने पर उसे प्रथम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया । लेकिन उसकी स्थिति ठीक नहीं हुई तो फिर उसे और बेहतर इलाज के लिए रायपुर के रामकृष्ण हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। पिछले आठ दिनों से उसका उपचार रायपुर में ही जारी था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने पर महाविद्यालय परिवार सहित आम जनों और कुछ समाजसेवियों ने हेमा के पिता देवीप्रसाद वर्मा और भाई लोकेश वर्मा को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई , साथ ही लोग हेमा वर्मा के स्वस्थ होने की प्रार्थना भी कर रहे थे। इतनी कोशिशें का भी कोई परिणाम नहीं निकला। 6 नवंबर की शाम रायपुर के राम कृष्ण हॉस्पिटल में हेमा वर्मा ने अंतिम सांस ली। हेमा वर्मा ने 19 दिनों तक जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ी । 22 साल की हेमा वर्मा खेलने कूदने और पढ़ने की उम्र में बेमौत मारी गई।
पुलिस ने हालांकि कार के चालक रतनपुर निवासी युवक के खिलाफ कार्यवाही की है लेकिन अब हेमा वर्मा की मौत के बाद संभव है कि अब उसके खिलाफ और गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई हो। इस सड़क हादसे में और भी दर्जन पर स्कूल कॉलेज की छात्र छात्राएं घायल हुए थे, लेकिन इनमें से हेमा वर्मा की हालत सबसे गंभीर थी। उसे सर में गंभीर चोट लगी थी। बिलासा कन्या महाविद्यालय की छात्रा चकरभाठा निवासी हेमा वर्मा के निधन पर महाविद्यालय परिवार ने शोक व्यक्त किया है। वही इस दुर्घटना को अंजाम देने वाले लापरवाह युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सफेद रंग की होंडा सिटी कार क्रमांक सीजी 12 Y 6543 में दो युवक बैठे हुए थे। लोगों का कहना है कि यह युवक नशे की हालत में थे और उनकी कार जिगजैग ढंग से गलत दिशा से चलती हुई आई और कई छात्राओं को अपनी चपेट में ले लिया। कार की गति तेज होने के कारण चालक नियंत्रण खो बैठा था, जिसने छुट्टी के बाद घर जा रहीं स्कूल कॉलेज की छात्राओं को घायल कर दिया। इस सड़क हादसे में असमय ही एक उम्मीद से भरी छात्र की जिंदगी खत्म हो गई। आखिर उसका क्या कसूर था ?