


लोरमी के मानस मंच में विजय विश्वास सम्मेलन को संबोधित करने असम के मुख्यमंत्री और प्रखर हिन्दू एवं राष्ट्रवादी नेता हिमंत विस्वा सरमा बुधवार को लोरमी पहुंचे। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को लोरमी में विधानसभा प्रत्याशी बनाकर उतारा गया है। हालांकि मुंगेली उन्हीं का क्षेत्र है , लेकिन वर्तमान में बिलासपुर सांसद होने की वजह से उनके लिए यह मुकाबला आसान नहीं है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा उनके प्रचार के लिए लोरमी में पहुंचे। इस अवसर पर लोरमी विधायक और तखतपुर प्रत्याशी धर्मजीत सिंह भी प्रदेश अध्यक्ष के प्रचार के लिए पहुंचे थे। अपने उद्बोधन में हिमंत ने कांग्रेस सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किये।

उन्होंने याद दिलाया कि किस तरह से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल असम चुनाव के दौरान उनके प्रदेश में पहुंचकर बड़े-बड़े वादे करते थे। उस दौरान असम के वर्तमान मुख्यमंत्री से यह भी सवाल किया जाता था कि उनके पास विकास का क्या रोड मैप है और वह किस तरह से अपने वादों को पूरा करेंगे। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने वायदा अनुसार न सिर्फ पहले ही साल एक लाख बेरोजगारों को रोजगार दिया बल्कि स्वरोजगार के लिए ₹500000 का आसान कर्ज भी दे रहे हैं। लोरमी में पहुंचे असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने न सिर्फ अपने वादों को पूरा किया है बल्कि पूरे देश में एक मिसाल कायम की। उन्होंने कांग्रेस सरकार को लबरा सरकार बताते हुए कहा कि प्रदेश में शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई सरकार शराब के नाम पर करोड़ों का घोटाला कर रही है। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर लव जिहाद और धर्मांतरण को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया।


प्रदेश सरकार पर चौतरफा हमला करते हुए हिमंत विस्वा सरमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 5 साल में ही कांग्रेस सरकार ने बदहाली की नई कहानी लिख दी है । केंद्र में एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी विकास की नई इबारत लिख रहे हैं तो वही एक बार फिर से अगर छत्तीसगढ़ में खुशहाली और विकास लाना है तो यहां भी भाजपा की सरकार बनानी होगी। हिमंत सरमा ने आगे कहा कि भाजपा हिंदुओं की आवाज उठाती है साथ ही विकास भी भाजपा के एजेंट में सबसे ऊपर है लेकिन कांग्रेस की सरकार केवल तुष्टीकरण करती है। उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को अकबर वादी भी बता डाला।

इससे पहले लोरमी प्रत्याशी अरुण साव ने इस बार सरकार बदलने का आवाहन किया।
अपने उद्बोधन में असम के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि धान खरीदी में भी 80% राशि केंद्र की मोदी सरकार दे रही है जबकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री इसका पूरा श्रेय खुद ले रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी भत्ता योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता बेरोजगारी भत्ता देने की बजाय युवाओं को रोजगार देकर आत्म सम्मान और स्वाभिमान के साथ जीवन जीने का अवसर देना है। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि पूरा भारत जिस वक्त इजरायल के साथ खड़ा है उस वक्त भी कांग्रेस बड़ी बेशर्मी के साथ हमास जैसे आतंकी संगठन के साथ खड़ी नजर आ रही है, इसे ही उन्होंने कांग्रेस का असली चरित्र बताया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का सम्मान विदेशो में बढ़ाया है। उन्होंने इस विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल और आगामी लोकसभा चुनाव को फाइनल बताते हुए कहा कि मोदी जी को दोबारा प्रधानमंत्री बनने के लिए जरूरी है कि भाजपा फाइनल और सेमीफाइनल दोनों मुकाबले जीते।

