कैलाश यादव
बुधवार शाम को उसे समय अफरा तफरी मच गई जब बिलासपुर और रायपुर के बीच दाधा पारा- चकरभाठा ट्रैक पर मालगाड़ी और एक्सप्रेस एक ही पटरी पर आमने सामने आ गयी। इस नजारे को जिसने देखा उसकी दिल की धड़कन बढ़ गई । लोगों को लगा कि उड़ीसा के बालासोर की तरह एक बार फिर रेलवे से बड़ी लापरवाही हुई है और कोई बड़ी दुर्घटना होते-होते ठहर गई ।
यह सब कुछ हुआ बुधवार शाम करीब 4:00 बजे, जब बिलासपुर से एक पैसेंजर ट्रेन रायपुर के लिए रवाना हुई । ट्रेन दाधापारा स्टेशन से निकलकर चकरभाठा स्टेशन से ओवर ब्रिज के पास आकर खड़ी हो गई। इसी दौरान उसके पीछे एक मालगाड़ी आती दिखाई दी। पैसेंजर ट्रेन के पीछे मालगाड़ी देखकर यात्रियों में भगदड़ मच गई और लोग अपनी जान बचाने ट्रेन से उतरकर भागने लगे ।लोगों को लगा कि मालगाड़ी पीछे से पैसेंजर ट्रेन को टक्कर मार देगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। ट्रैक पर दोनों ट्रेन पर्याप्त दूरी पर ठहर गयी।
एक ही पटरी पर दो ट्रेन देखकर लोग इसका वीडियो बनाने लगे। लोगों ने अति उत्साह में रेलवे अधिकारियों तक भी इसकी खबर यह सोचकर पहुंचा दी की उन्होंने बहुत बड़ी सूचना दी हो लेकिन रेलवे अधिकारियों ने इस पर यह कहते हुए पानी फेर दिया कि यह रेलवे की नियमित दिनचर्या का हिस्सा है।
मौजूदा ऑटो सिगनलिंग के जरिए एक ही पटरी पर दो ट्रेन चल सकती है। ऑटो सिगनलिंग सिस्टम की वजह से एक ट्रैक जब दो गाड़ियां चलती है तो फिर पर्याप्त दूरी पर ट्रेन अपने आप रुक जाती है। यह सब रेलवे के नियमों के अनुसार ही है। बिलासपुर मंडल के कई क्षेत्र में ऑटोमेटिक सिंगलिंग ब्लॉक सिस्टम एक्टिव है। एक ही लाइन पर एक से अधिक गाड़ियों का इसी वजह से सुरक्षित परिचालन संभव हो रहा है ,इसमें हादसे की कोई आशंका नहीं रहती । यही रेलवे का कवच सिस्टम है।