
आकाश दत्त मिश्रा

आंदोलनकारियों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में f.i.r. दर्ज करने से नाराज 130 से अधिक हिंदूवादी संगठनों ने सोमवार को बैठक की और आगामी 13 जुलाई को सामूहिक गिरफ्तारी देने का निर्णय लिया। एक सप्ताह पहले रविवार को तोरवा थाने में भीड़ ने अपहरण का केस करने दर्ज करने पुलिस पर दबाव बनाया था।
दरअसल तोरवा पटेल मोहल्ला की 19 वर्षीय युवती अपने कथित बॉयफ्रेंड हेमू नगर निवासी आफताब के साथ कहीं चली गई थी। युवती के माता-पिता ने अपहरण का मामला दर्ज कराने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने केवल गुमशुदगी का मामला दर्ज किया, जिसके बाद तमाम हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोग तोरवा थाने पहुंच गए और आफताब एवं उसकी मां और बहन के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करने दबाव बनाने लगे । इधर पुलिस की दलील थी कि युवती बालिग है और उसके बयान के बाद ही पुलिस इस तरह का मामला दर्ज करेगी। रविवार शाम को सैकड़ों की संख्या में हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोग तोरवा थाने पहुंच गए और पुलिस एवं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज करने मांग करने और अगले दिन बिलासपुर बंद करने की बात कहने लगे।

हालांकि उसी रात पुलिस ने युवक- युवती को रायपुर से बरामद कर लिया।
अब पुलिस ने थाने पहुंचकर पुलिस पर दबाव बनाने, शासकीय दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाने के साथ शासकीय काम को प्रभावित करने के आरोप में भीड़ के खिलाफ धारा 147 ,186 ,341 और 353 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और पुलिस अधिकारियों द्वारा रिकॉर्डिंग वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान करने की बात कह रही है। थाने में घुसकर पुलिस पर दबाव बनाने और हंगामा करने के मामले में गैर जमानती धारा के तहत एफ आई आर दर्ज होने के बाद तमाम हिंदूवादी संगठनों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है । संजीवनी हॉस्पिटल में हुई बैठक में कहा गया कि लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखी थी। युवती के माता-पिता की आवाज बनकर पहुंचे लोगों की आवाज को पुलिस एफ आई आर का डर दिखाकर कुचलना चाहती है । जिसके बाद निर्णय लिया गया कि आगामी 13 जुलाई को सामूहिक गिरफ्तारी दी जाएगी। इस बैठक में 135 संगठन से जुड़े लोग शामिल हुए, जिन्होंने निर्णय लिया कि 13 जुलाई को लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान से इकट्ठा होकर सभी एसपी कार्यालय पहुंचेंगे, जहां वह अपनी गिरफ्तारी देंगे। इस दौरान 10 हज़ार की भीड़ द्वारा गिरफ्तारी देने का दावा किया जा रहा है । तोरवा थाने में लव जिहाद का आरोप लगाकर मुस्लिम युवक और उसके परिजनों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराने की मांग करने वालों में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भाजपा और अन्य हिंदू संगठनों से जुड़े लोग मौजूद थे , जिनका कहना है कि इससे पहले भी उन्होंने पुलिस कार्यवाही का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया है लेकिन पिछले कुछ दिनों से बिलासपुर पुलिस लगातार लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ भी एफ आई आर दर्ज कर रही है। इसका भी जवाब लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया जाएगा और विरोध करने की बजाय सामूहिक गिरफ्तारी दी जाएगी।