हायर सेकंडरी स्कूल बांकी के शाला प्रवेश उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं छ्ग शासन अजा विकास प्राधिकरण की सदस्य रत्नावली कौशल, कहा विद्यार्थियों के कंधों पर टिका है देश का भविष्य

आकाश दत्त मिश्रा


मुंगेली। आप सभी के कंधों पर देश का भविष्य टिका हुआ है,आपकी कामयाबी देश को उन्नति की ओर ले जाएगी,युवा पीढ़ी से देश और समाज को बहुत उम्मीदें हैं,आप इन उम्मीदों को कभी टूटने मत देना।


उक्त प्रेरक उदगार छत्तीसगढ़ शासन अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण सदस्य एवं महिला कांग्रेस प्रदेश महासचिव रत्नावली कौशल ने मुंगेली जिले की ग्राम पंचायत बांकी की शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। आरंभ में वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री रत्नावली कौशल का शाला परिवार ने आत्मीय स्वागत किया। तत्पश्चात सुश्री कौशल ने मां सरस्वती, प्रख्यात शिक्षाविद सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन और महात्मा गांधी के चित्रों पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। छात्राओं ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना प्रस्तुत किए। हिन्द सेना महिला ब्रिगेड राष्ट्रीय अध्यक्ष रत्नावली कौशल ने नवप्रवेशी छात्र – छात्राओं को तिलक लगाकर शाला में प्रवेश दिलाते हुए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी आप सभी विद्यार्थी उम्र के जिस पड़ाव में हैं, वह बड़ा नाजुक है,इसलिए आप लोगों सम्हल कर आगे बढ़ना होगा, विवेक से काम लेते हुए सही गलत का फैसला करना होगा,अन्यथा जरा सी चूक पूरी जिंदगी के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। सुश्री कौशल ने कहा कि आप लोगों पर आपके माता – पिता, समाज, गांव, मुंगेली जिला और छत्तीसगढ़ प्रदेश की उम्मीदें टिकी हुई हैं, आपके कंधों पर राज्य और देश का भविष्य टिका हुआ है। इसलिए आप सभी को अनुशासन में रहकर और मन लगाकर पढ़ाई करना होगा। आगे चलकर आपमें से कोई डॉक्टर, कोई इंजीनियर, कोई वकील, कोई जज, कोई टीचर, कोई नेता बनेगा। यानि किसी न किसी रूप में देश एवं राज्य की सेवा का दायित्व आपको जरूर मिलेगा। इसलिए आज से आप सभी संकल्पबद्ध हो जाईए कि पढ़ाई पर ही हमें पूरा ध्यान लगाना है। शरीर को तरोताजा और स्फूर्तिवान बनाए रखने के लिए थोड़ा समय व्यायाम, योगा एवं खेलकूद के लिए भी निकालना पड़ेगा, लेकिन अपने कीमती समय को व्यर्थ के कार्यों में जाया नहीं करना है। रत्नावली कौशल ने कहा कि अगर आज आप राह भटक गए, तो आपका भविष्य तो तबाह होगा ही, राज्य और देश को भी क्षति पहुंचेगी। मिसाईलमैन डॉ. अब्दुल कलाम का उदाहरण सामने रखते हुए सुश्री कौशल ने कहा कि डॉ. कलाम का बचपन अभावों के बीच गुजरा, उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। बावजूद उन्होंने शिक्षा के प्रति अपनी लगन में गरीबी को आड़े आने नहीं दिया। संघर्षों के बीच पले बढ़े अब्दुल कलाम आज प्रकाश पुंज बनकर हम सभी की राह को रौशन कर रहे हैं। मिसाईल और परमाणु हथियारों के मामले में उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बना दिया। आप सभी को डॉ. कलाम से प्रेरणा लेते हुए मंजिल तक पहुंचना है। छात्राओं से मुखातिब होते हुए कांग्रेस नेत्री रत्नावली कौशल ने कहा कि बेटियां दो परिवारों की धुरी होती हैं। एक बेटी शिक्षित होकर दो कुलों को शिक्षित बना देती है। इसलिए मेरी छोटी बहनें आप सभी पढ़ाई में जी जान लगा दें, खूब पढ़ें और सरोजनी नायडू, इंदिरा गांधी, कल्पना चावला की तरह बुलंदियों को छुएं। प्राचार्य ने भी विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया एवं उनका उत्साहवर्धन किया। इस दौरान शिक्षक शिक्षिकाएं एस मरावी, आर सी पाटले, एन के साहू,एम के तिवारी, एस दुबे,डी महिलांग,एडी शर्मा,डी के सिन्हा,सी एस राजपूत तथा सरपंच रणजीत सिंह,शिक्षा समिति के अध्यक्ष भरत गोस्वामी,गठान के अध्यक्ष गोरे डॉक्टर ,रघुराज सिंह श्रीनेत सरपंच ग्राम पंचायत धनगांव, राजेंद्र यादव अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ, भारत पठारी सरपंच टेमरी सहित गणमान्य नागरिक बाकी ग्राम पंचायत उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सपने को पूरा करना है
वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री रत्नावली कौशल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा की क्रांति ला दी है। आप जैसे राज्य के तमाम विद्यार्थियों के लिए कका के रूप में विख्यात हो चुके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आप सरीखे यंगस्टर्स के दम पर ही गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का नारा दिया है और राज्य को विकसित बनाने का सपना देखा है। इसीलिए उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए तरह तरह की साहूलियतें दे रखी हैं। स्कूली विद्यार्थियों को निशुल्क कॉपी पुस्तकें व उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक मदद शासन की ओर से दी जा रही हैं।ग्रामीण एवं शहरी बच्चों को निशुल्क उत्कृष्ट शिक्षा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेश में आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की श्रृंखला शुरू की है। छात्राओं को सरस्वती साईकिल योजना के तहत मुफ्त में साईकिलें दी जा रही हैं। साईकिलें मिल जाने से छात्राएं समय पर स्कूल पहुंच रही हैं और पढ़ाई करने के बाद समय पर घर भी लौट जाती हैं। इससे जो समय बचता है, उसका सदुपयोग हमारी छोटी बहनें होमवर्क, घर में पढ़ाई तथा घरेलू कामकाज में हाथ बंटाते हुए कर रही हैं। सुश्री कौशल ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश कका ने जो सपने पाल रखे हैं, उन्हें पूरा करने में आप सभी विद्यार्थियों का योगदान जरूरी है।

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