
आकाश दत्त मिश्रा

बिलासपुर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र यश साहू की हत्या को सुलझाने का दावा भले ही बिलासपुर पुलिस कर रही हो लेकिन बिलासपुर साहू समाज ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया। सोमवार को साहू समाज के लोग बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
यहां लोगों ने वास्तविक हत्यारे को गिरफ्तार करने और मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता राशि प्रदान करने की मांग की है । साथ ही यश साहू के परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की जा रही है।

बीते मंगलवार को सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में गुम्बर पेट्रोल पंप के पास अंबिकापुर के छात्र यश साहू की लाश फेंक दी गई थी। बाद में पुलिस ने खुलासा करके करते हुए बताया था कि त्रिकोणीय प्रेम संबंध के चलते राहुल नामदेव नामक युवक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यश साहू की हत्या की थी और उसे किसी ऑटोरिक्शा में बिठाकर शहर की ओर भेजा था। रास्ते में ही यश साहू की मौत होने पर ऑटो चालक लाश फेंक कर भाग गया। इस मामले में तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके है लेकिन साहू समाज इससे असंतुष्ट है।

इस मामले में जिस लड़की का नाम बार-बार आ रहा है उसे आरोपी नहीं बनाने और उसके परिजनों के खिलाफ अपराध नहीं दर्ज करने से साहू समाज नाराज है। साहू समाज मांग कर रहा है कि जिस जगह मारपीट की गई है उस बंद ढाबा के मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। दावा किया जा रहा है कि ढाबा के चौकीदार द्वारा ताला खोल कर आरोपियों की मदद की गई, साथ ही जिस काले रंग के कार को पुलिस ने जप्त किया है, बताया जा रहा है कि वह कार लड़की के परिवार की है। फिर कार मालिक के ऊपर कार्यवाही क्यों नहीं की गई , यह सवाल उठाया जा रहा है। पुलिस जिस ऑटो में बिठाकर यश को भेजने की बात कह रही है, उस ऑटो का पता पुलिस अब तक नहीं लगा पायी, इसीलिए इसे काल्पनिक सताया जा रहा है।
यश साहू का मोबाइल बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास उसके मित्र हार्दिक बंसल को देने वालों के खिलाफ भी पुलिस ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की, इस पर भी सवाल किए जा रहे हैं। साहू समाज और मृतक के परिजनों का आरोप है कि इस हत्याकांड में लड़की के भाई और उसके अन्य परिजन भी शामिल है, इसलिए उनके खिलाफ भी सीबीआई जांच कर कार्रवाई की मांग की जा रही है। सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए साहू समाज ने दावा किया कि पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों के बयान को अनदेखा कर रही है। आरोपियों के मोबाइल लोकेशन की भी जांच नहीं की गई है, साहू समाज का मानना है कि इस हत्याकांड में तीन नहीं बल्कि इससे अधिक लोग शामिल है ।

पुलिस ने 9 जून को ही मामले का खुलासा कर दिया था लेकिन उसके बाद से ही लगातार साहू समाज इस जांच पर सवाल उठाता रहा है और अब तो कलेक्ट्रेट का घेराव कर सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे साहू समाज के लोग कलेक्ट्रेट गेट के सामने बैठकर घंटों नारेबाजी करते रहे। अपनी मांग के साथ पहुंचे समाज के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है।
