कर्ज से दबे एक टेंट व्यवसायी के साथ किया जा रहा धोखा, एग्रीमेंट के तहत मुझे करने दिया जाए काम, नगर निगम जिला और पुलिस प्रशासन से मांग

बिलासपुर। हेमू नगर बंधवापारा तालाब परिसर में स्थित शादी भवन व इशिका पार्क के संचालन का ठेका बिलासपुर नगर निगम के द्वारा शुभम विहार न्यू पुरैना महावीर नगर रायपुर निवासी संजय तिवारी पिता उपेंद्र तिवारी को दिया गया है। संजय तिवारी ने शादी भवन इशिका पार्क में टेंट और लाइट के लिए मुझसे 5 साल के लिए अनुबंध किया था। मगर अनुबंध के बीच में ही मुझे उस काम से अलग कर लाखों रुपए का नुकसान किया जा रहा है। कर्ज लेकर सामान इकट्ठा करने के बाद मुझसे काम छीन कर मुझे मरने पर मजबूर किया जा रहा है। यह कहना है रितेश श्रीवास्तव का।

बिलासपुर प्रेस क्लब में गुरुवार को डिपरापारा वार्ड नंबर 36 निवासी रितेश श्रीवास्तव अपने सहयोगी पीयूष गौरहा,युवराज तोड़कर,रौनक जायसवाल और जितेंद्र मानिकपुरी सहित कुछ अन्यों के साथ प्रेस क्लब पहुंचकर पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने बताया की 10.10.2022 को आवेदक और अनावेदक के बीच स्टांप पेपर में एक इकरारनामा / अनुबंध 5 वर्ष के लिए भवन (बंधवापारा इशिका पार्क) पर टेन्ट कार्य के लिए कमीशन के आधार पर किया गया था। लेकिन अनावेदक यानी संजय तिवारी उसे दिनांक 01.04.2023 से काम करने नही दे रहा हैं। पता चला है कि अनावेदक उसकी जगह पर किसी और को वह स्थल किराये पर दे दिया है। अनावेदक इकरारनामा कराए जाने के बावजूद धोखा दे रहा हैं।पीड़ित ने बताया कि इकरारनामा होने के बाद दूसरे लोगों से उसने 10 से 15 लाख रु उधार में लेकर काम करना शुरू किया था।मगर कुछ ही महीने में उसे काम से पृथक किया जा रहा है। जिसके कारण आर्थिक संकट की वजह से वह मानसिक परेशानी से गुजर रहा है। कर्ज के बोझ तले दबे रितेश ने कहा कि अपने परिवार का एक मात्र भरण पोषण का वे सहारा है। कर्ज हो जाने के कारण वे घर से बाहर निकलना तो दूर किसी अनजान नंबर को रिसीव तक नही कर पा रहे है।क्योंकि हर पल लोग अपना रुपया पाने उसे मोबाइल कर रहे है।श्री श्रीवास्तव ने कहा कि अब तो उस काम को लेकर उससे गाली गलौज के अलावा जान से मारने की धमकी भी दी जाने लगी है। अनावेदक ने किसी रौबतदार व्यक्ति को किराये पर भवन को दे दिया है, जिसके कारण उसे बीच में ही खाली करने को कहा जा रहा है। अनावेदक के द्वारा बार-बार धमकी दिलवाई जा रही है कि बिलासपुर में हो तो बच जा रहे हो अगर अम्बिकापुर में होते तो जिंदा गड़ा देता। साथ ही मेरे सामान को भी परिसर से निकाल कर बाहर फेंक दिया गया है। जिसमें कई समान को क्षति पहुंची है।इसकी शिकायत कलेक्टर बिलासपुर,एस पी और आईजी बिलासपुर संभाग से की गई है जिस पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि नगर निगम आयुक्त से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करेंगे ताकि उन्हें किए गए एग्रीमेंट के तहत उस तालाब परिसर में 5 साल तक काम करने दिया जाए अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उनके सामान की नुकसानी के अलावा जो उन्हें क्षति हुई है उसकी भरपाई संजय तिवारी द्वारा किये जाने की मांग की गई है।इसके बाद भी अगर कोई रास्ता नही निकला तो कोर्ट जाने की भी वे तैयारी कर रहे है।

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