


सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती के साथ इंस्टाग्राम के जरिए जौनपुर अयोध्या मैं रहने वाले यूपी पुलिस के आरक्षक अजय यादव की दोस्ती हुई थी। इसी दौरान अजय यादव युवती से मिलने बिलासपुर आया। उसने अपनी कथित प्रेमिका से शादी का वादा किया और फिर दोनों ने शारीरिक संबंध बनाएं । इसके बाद अजय यादव ने युवती को लखनऊ बुला लिया और वहां 1 महीने तक एक होटल में रखकर उसके साथ नियमित रूप से शारीरिक संबंध बनाता रहा। इसके बाद युवती ने उससे शादी करने की बात कही तो अजय यादव मुकर गया। इसके बाद युवती ने सिविल लाइन थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी। चूंकि आरोपी यूपी पुलिस का आरक्षक था, इसलिए पुलिस ने तमाम कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखकर महिला अधिकारी और न्यायालय के समक्ष युवती का बयान दर्ज कराया। इधर मामले की भनक पाकर आरोपी अजय यादव ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। इसके बाद भी पुलिस उसकी तलाश करती रही। पुख्ता क्लू मिलने के बाद अजय यादव को उत्तर प्रदेश के अयोध्या से गिरफ्तार किया गया, जिसे बिलासपुर जेल भेज दिया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी परिवेश तिवारी उपनिरीक्षक अजहरुद्दीन, सुमेन्द्र खरे , प्रधान आरक्षक हरप्रसाद डहरिया, आरक्षक भागीरथी गेंदले का योगदान रहा।