

बिलासपुर के बिलासा कन्या महाविद्यालय में महाविद्यालय प्रशासन के एक अव्यवहारिक फैसले ने बीएससी सिक्स सेमेस्टर की छात्राओं को लामबंद कर दिया। महाविद्यालय के कंप्यूटर साइंस और मैथ्स बीएससी सिक्स सेमेस्टर की छात्रा की दलील है कि अभी महाविद्यालय का कोर्स भी कंप्लीट नहीं हुआ है और इसी महीने 12 मई को ही इंटरनल एग्जाम भी समाप्त हुए हैं। अब 2 जून से 19 जून तक मुख्य परीक्षा है ।इसी बीच महाविद्यालय ने 16 जून को कंप्यूटर साइंस और 20 जून को फिजिक्स प्रैक्टिकल परीक्षा की तिथि घोषित कर दी।
छात्राओं का कहना है कि इतने अल्प समय में इसकी तैयारी संभव नहीं। इस फैसले को अव्यवहारिक बताते हुए छात्राओं ने धनंजय गिरी गोस्वामी के नेतृत्व में महाविद्यालय के प्राचार्य आर के कमलेश से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। छात्राओं का कहना है कि आधी अधूरी तैयारी के साथ अगर वे कंप्यूटर साइंस और फिजिक्स की प्रायोगिक परीक्षाएं देंगी तो उसमें असफलता मिल सकती है या फिर मार्क्स कम आ सकते हैं। छात्राओं की सुविधा के मद्देनजर प्रैक्टिकल परीक्षा की तिथि आगे घोषित करने की मांग की गई। छात्र हित में निर्णय लेते हुए प्राचार्य ने भी मुख्य परीक्षा के बाद यानी 20 जून की तिथि के बाद प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करने पर सहमति दिया है। इससे कंप्यूटर साइंस की 95 छात्राओं के साथ मैथ्स की छात्राएं भी लाभान्वित होगी।
छात्राओं के साथ प्राचार्य से मुलाकात करने वाले धनंजय गिरी गोस्वामी ने कहा कि बीएससी सिक्स सेमेस्टर की छात्राओं ने अपनी समस्या को लेकर उनसे मार्गदर्शन मांगा था, जिसके बाद उन्होंने प्राचार्य से मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढा। उन्होंने छात्राओं के हित में प्राचार्य द्वारा लिए गए निर्णय का भी स्वागत किया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान प्राचार्य से मिलने धनंजय गिरी गोस्वामी के साथ आस्था शिवानी अंजली भारती छाया ज्योति आरती निशी प्रिया रजनी समीक्षा भावना प्रीति संजना पूजा जिज्ञासा राजनंदनी विधि सहित बीएससी सिक्स सेमेस्टर की छात्राएं मौजूद थी।
