

बिलासपुर में वर्चस्व, ठेके हासिल करने और जमीन के कारोबार की लड़ाई अब गैंगवार में तब्दील हो चुकी है। इन्हीं के बीच पुरानी रंजिश के नाम पर शनिवार रात को होटल हेवेन्स पार्क के पास हुई मारपीट में अब तक पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज लगे है, जिससे आरोपियों की पहचान स्पष्ट हुई है। पुलिस का दावा है कि मारपीट में घायल भास्कर वर्मा ने काफी पहले आरोपी काव्य गढेवाल और सिद्धार्थ शर्मा की पिटाई की थी, इसी का बदला भांझने के लिए युवकों ने उस पर जानलेवा हमला किया। लेकिन असल में यह दो गैंग के बीच की लड़ाई है , जो रह रह कर सामने आ रही है ।

बताया जा रहा है कि मेडी गैंग के सदस्यों ने वसीम गैंग के युवक को अकेला पाकर उसकी जमकर पिटाई कर दी और उसे मरा हुआ समझकर छोड़ कर चले गए। भास्कर वर्मा ने रात करीब 10:00 अपने दोस्त नवीन गोस्वामी को गाड़ी खराब होने की बात कहकर लेने के लिए बुलाया था। नवीन अपने दोपहिया वाहन से हेवेन्स पार्क गली के सामने भास्कर को लेने आया, उसी दौरान अचानक 2 कार और 3 बाइक में सवार 1015 लोग पहुंचे जिन्होंने अचानक भास्कर वर्मा पर जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों को भास्कर वर्मा के हेवेन्स पार्क होटल में होने की जानकारी मिल गई थी इसलिए उन्होंने सुनियोजित रूप से यह हमला किया था। उनसे बचने के लिए भास्कर वर्मा इधर-उधर भागने लगा लेकिन हमलावर इतने अधिक थे कि वह भाग नहीं पाया। इन लोगों ने अपने साथ एक अजीबोगरीब हथियार लाया था, जो दिखने में फरसे जैसा था जिसे साइकिल की चेन स्पोकेट को आधा काटकर उसे लोहे की रॉड में वेल्डिंग कर परशु की तरह नुकीला हथियार बनाया गया था, जिससे एक के बाद एक वार भास्कर वर्मा पर किए गए।
जब भास्कर अधमरा होकर गिर पड़ा तो उसे मरा हुआ समझकर हमलावर भाग खड़े हुए।

दावा किया जा रहा है कि शहर के कुख्यात गैंग लीडर रितेश निखारे उर्फ मेडी के गैंग के एक नाबालिग युवक की हत्या वसीम गैंग के युवकों ने 25 फरवरी 2022 को कर दी थी, जिसका बदला लेने के लिए ही यह हमला किया गया। वैसे इन दोनों गुटों के बीच रेलवे के ठेके को लेकर भी विवाद है। जमीन विवाद में भी इनकी आपस में टकराहट होती रहती है। मजे की बात है कि दोनों ही गैंग के बदमाशों को एक ही राजनीतिक दल का संरक्षण हासिल है।
इधर जिस तरह बेखौफ होकर यह हमला किया गया उससे यह कहा जा सकता है कि बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती दी है, वह भी तब जब निजात अभियान के बाद अपराध के ग्राफ में काफी कमी आई है। घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान कर ली है। पहले ही दिन इनमें से काव्य गढेवाल, सिद्धार्थ शर्मा, आयुष मराठा और प्रिंस शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पुलिस अब तक छह गिरफ्तारी कर चुकी है। सोमवार को मझवा पारा निवासी फरीद अहमद और रेलवे कॉलोनी निवासी एम वरुण को भी पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है , जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ धारा 147 307 294 323 और 506 के अलावा एससी एसटी एक्ट और आर्म्स एक्ट भी जोड़ा गया है ।फिलहाल 6 आरोपियों को 12 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है और अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। इस मारपीट के दौरान मेडी मौजूद था या नहीं इस बारे में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा रहा।
