


एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाकर कर्कश आवाज निकालने और शोर मचाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ एक दिन पहले बिलासपुर पुलिस की कार्यवाही की हर तरफ प्रशंसा हो रही है , यानी लोग भी इससे तंग आ चुके थे। जांच में 81 बुलेट में ऐसे प्रतिबंधित साइलेंसर लगे पाए गए , जिसके बाद सवाल यह उठता लगा कि अगर यह नियम विरुद्ध है तो आखिर यह बाजार में बिक कैसे रहा है ? पुलिस ने भी इस बात को समझा और इससे संबंधित व्यापारियों के साथ अहम बैठक की।

बुलेट एवं अन्य वाहनों पर मॉडिफाई साइलेंसर, कार आदि वाहनों पर ब्लैक फ़िल्म लगाए जाने एवं प्रेशर हार्न के सम्बन्ध में शहर के थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले ऑटो पार्ट्स दुकान संचलक, कार गैरेज, बाइक गैरेज के दुकान संचालकों की बैठक दिनाँक को 11 बजे स्थानीय बिलासगुड़ी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेंद्र जयसवाल, नगर पुलिस अधीक्षक, (सिविल लाइन) श्री संदीप कुमार पटेल (आई.पी.एस.),नगर पुलिस अधीक्षक (कोतवाली ) श्रीमती पूजा कुमार (आई.पी.एस.) एवं यातायात के उप पुलिस अधीक्षक श्री संजय साहू ने ली।
विदित हो कि दिनाँक 03 अप्रैल को बिलासपुर पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह के आदेश के तारतम्य में यातायात पुलिस एवं शहर के तमाम थाना अंतर्गत बुलेट व मोटरसाइकिल में तेज कर्कश आवाज वाले मॉडिफाई साइलेंसर लगाकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्यवाही की गई, जिसमें 138 बुलेट वाहन की जांच की गई जिसमें 81 वाहनों में मॉडिफाई साइलेंसर पाए जाने पर मोटर व्हीकल की कार्यवाही की गई थी।
बैठक में पुलिस अधिकारियों द्वारा दुकान संचालकों को बताया गया कि किसी भी स्थिति में मॉडिफाई साइलेंसर का विक्रय ना किया जावे अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। उसी प्रकार कार व अन्य वाहनों पर ब्लैक फिल्म ना लगाने, गैरेज संचालकों को बुलेट के मोडिफाईल साइलेंसर लगवाने वाले वाहनों की सूचना पुलिस को देने ,प्रेशर हार्न विक्रय ना करने हेतु चर्चा की गई। चर्चा के दौरान सभी बातों पर दुकान संचालको की सहमति बनी।
बैठक में लगभग शहर के 80 दुकान संचलक उपस्थित रहे जिन्हें अनुसार चर्चा व हिदायत दी गई साथ ही शहर में “निजात अभियान” व “यातायात की पाठशाला” के सम्बंध में जागरूक किया गया।
