

तेलीपारा संजय बैग हाउस के पास रहने वाले ज्वेलर्स रितेश सलूजा के लिए कारीगर विष्णु सोनी पिछले 7 सालों से काम करता था । वह जेवर की पॉलिश और कारीगरी का काम करता था। विष्णु सोनी अक्सर रितेश सलूजा से सोने चांदी के जेवर पॉलिश करने अपने घर ले जाता और पॉलिश कर वापस लौटा देता। 4 मार्च की शाम भी विष्णु सोनी रितेश की दुकान आया था और सोने का 9 नग लॉकेट, सोने का कंगन 10 नग और सोने का 6 नग हार, पॉलिश करने ले गया। जेवरात का कुल वजन 26 तोला था । हमेशा की तरह रितेश ने विश्वास कर विष्णु सोनी को जेवरात दे दिए। विष्णु सोनी ने कहा था कि वह रात 9:30 बजे तक पॉलिश कर दुकान में जेवर छोड़ देगा लेकिन वह नहीं आया। जब रितेश ने विष्णु सोनी को फोन किया तो उसका मोबाइल बंद मिला। घबराकर रितेश ने विष्णु सोनी के मकान जाकर पता किया तो पता चला कि विष्णु सोनी तो मकान खाली कर कहीं चला गया है।

खुद के ठगे जाने का एहसास होने के बाद रितेश सलूजा ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की थी। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से विष्णु सोनी को बनारस से ढूंढ निकाला। हमेशा जेवरात की पॉलिश और कारीगरी करने वाले विष्णु सोनी के नियत में खोट आ गई थी और वह 26 तोला सोने के जेवर लेकर चंपत हो गया था। उसके पास से पुलिस ने पूरे जेवरात बरामद कर लिए हैं, जिसकी कुल कीमत ₹13 लाख 20 हज़ार है । पता चला कि विष्णु सोनी सोने के इन जेवरातों को बेचने के मकसद से बनारस गया था, लेकिन वह अपने मकसद में कामयाब हो पाता इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
