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स्वामी आत्मानंद शेख गफ्फार अंग्रेजी माध्यम शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तारबाहर की प्राचार्य उषा चंद्रा के खिलाफ छात्राओं व अभिभावकों ने मोर्चा खोलते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। बताया जा रहा है कि उषा चंद्रा द्वारा स्कूल की कुछ छात्राओं के साथ मारपीट की गई और उन्हें सजा के तौर पर 10 दिनों के लिए रेस्टीकेट कर दिया गया। प्राचार्य द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि इन छात्राओं ने कथित तौर पर स्कूल के कमरे में लगे फाइबर के पार्टीशन को तोड़ दिया है। इस मामले में सबके समक्ष छात्राओं को अपमानित करते हुए उन्हें दंडित किया गया, उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें 10 दिनों के लिए रेस्टीकेट कर दिया गया। इतना ही नहीं अभिभावकों को भी बुलाकर डराया धमकाया जा रहा है। जब अभिभावकों ने प्रमाण के तौर पर सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बात कही तो प्राचार्य मुकर गई और उन्होंने सीसीटीवी फुटेज दिखाने से भी मना कर दिया।

छात्राओ और अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल की प्राचार्य उषा चंद्रा तुगलकी फरमान जारी करती है। वह हमेशा अपने उद्दंड स्वभाव के चलते छात्राओं को इसी तरह प्रताड़ित करती रही है। न जाने किस संरक्षण में वह अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझती। उनका व्यवहार ऐसे आदर्श स्कूल के अनुकूल ना होने का आरोप लगाते हुए छात्राओ और उनके पेरेंट्स ने प्राचार्या का ट्रांसफर किसी दूरदराज वीराने में करने की मांग की है , साथ ही अभिभावकों ने यह भी सवाल उठाया है कि आखिर स्कूल में ऐसा कमजोर पार्टीशन क्यों और किसके इशारे पर लगाया गया है, जो बच्चों के साधारण आघात से ही टूट रहा हो। स्कूल में स्थाई दीवारें होनी चाहिए, क्योंकि बच्चों के स्वाभाविक रूप से खेलकूद के दौरान उनसे ऐसी गलती हो सकती है। इसे समझने के बजाय प्राचार्य द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर छात्राओं का भविष्य खराब किया जा रहा है। ऐसा वह निजी प्रतिशोध लेने की गरज से कर रही है। अभिभावकों ने इस मामले में निष्पक्ष , पारदर्शी जांच कराए जाने और छात्राओं का रेस्टीकेट तुरंत खत्म करने की मांग की है।
