


दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस से मिलती-जुलती घटना बिलासपुर में हुई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि उसलापुर रेलवे स्टेशन के पास गीतांजलि नगर फेस वन में निर्दोष केरकेट्टा के मकान में रहने वाला किराएदार पवन सिंह ठाकुर नकली नोट बनाने का काम करता है। पवन सिंह उम्र 28 वर्ष पंडरिया रोड तखतपुर का रहने वाला है। उसने करीब 10 साल पहले मुंगेली दाऊ पारा में रहने वाली सती साहू के साथ प्रेम विवाह किया था। दोनों को 2 बच्चे भी हैं।

जब पुलिस नकली नोट की तलाश में उसके घर पहुंची तो वहां नकली नोट छापने के लिए कलर प्रिंटर मशीन, रिफिल कोटरेज, जेरॉक्स पेपर , कलर 200 के 7 एवं 500 के 3 नकली नोट, असली नोट आदि मिले। तलाशी के दौरान बाथरूम के बगल के कमरे में एक सफेद रंग का बड़ा सा पानी का टंकी दिखा। ढक्कन खोल कर देखने पर उसमें एक महिला की लाश नजर आयी, जिसे देखकर पुलिस के कान खड़े हो गए।


पवन सिंह ठाकुर से जब पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हुआ कि उसकी पत्नी सती साहू उसके नकली नोट बनाने के कारोबार में बाधा डाल रही थी। इतना ही नहीं पवन को शक था कि उसकी पत्नी सती का किसी और से अवैध संबंध है, इसी वजह से उसने 6 जनवरी की सुबह करीब 6:00 बजे अपनी पत्नी का गला घोट कर उसकी जान ले ली। पत्नी की लाश को छुपाने के लिए वह बाजार से एक सिंटेक्स का बड़ा सा पानी टंकी और उसकी लाश को टुकड़ों में काटने के लिए ग्राइंडर कटर मशीन ले आया। अपनी पत्नी की लाश के टुकड़े कर उसे जलाने का भी प्रयास किया। जलाने के दौरान लाश से बदबू आने के डर से उसने लाश के कई टुकड़े किए और अपने घर में ही प्लास्टिक पॉलिथीन से लपेटकर गद्दे में छुपा दिया। धड़ को उसने पानी की टंकी में डालकर पॉलीथिन से ढक दिया।
2 महीने से उसके घर में पत्नी की लाश पड़ी रही और किसी को इसकी भनक नहीं लगी। पवन पड़ोसियों को यही बताता रहा कि उसकी पत्नी बच्चों के साथ अपने ससुराल में है। एस ई सी यू की टीम अगर नकली नोट पकड़ने नहीं गई होती तो शायद इस मामले का खुलासा कभी ना होता। अपनी पत्नी की जघन्य हत्या करने वाले आरोपी पवन सिंह ठाकुर को विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वही सती साहू की लाश को 2 महीने बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है
