

रेलवे में मिलने वाली सैलरी, सुविधाओं और सुरक्षित भविष्य के चलते युवाओं में रेलवे की नौकरी को लेकर बेहद आकर्षण है। यही कारण है कि धोखेबाज अक्सर बेरोजगारों को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे मोटी रकम की ठगी आसानी से कर लेते हैं । तोरवा पुलिस ने भी ऐसी ही एक महिला को गिरफ्तार किया है जिसने अलग-अलग 4 लोगों से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 10.50 लाख रुपए की ठगी की थी।
मन्ना डोल निवासी 45 वर्षीय सुशीला उइके ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर चार अलग-अलग व्यक्तियों से साढ़े दस लाख रुपए लिए थे, लेकिन ना तो उसने किसी की नौकरी लगाई थी और ना ही यह रकम वापस कर रही थी।
जिसकी रिपोर्ट तोरवा थाने में दर्ज कराई गई । पुलिस ने मामले की जांच की तो आरोपो को सही पाया। पुलिस ने इसके लिए रेलवे कार्यालय से भी जानकारी प्राप्त की, जिसके बाद सुशीला उइके को गिरफ्तार कर लिया गया। सुशीला ने स्वयं को रेलकर्मी बताकर रेलवे में नौकरी लगाने की बात कह कर बेरोजगारों से यह रकम ली थी। तोरवा पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद अधिक वक्त जाया ना करते हुए आरोपी महिला सुशीला उइके को गिरफ्तार कर लिया, जिसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध किया गया है।
