
आकाश दत्त मिश्रा

मुंगेली शासकीय नगरपालिका उच्चतर माध्यमिक शाला का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसी के तहत कक्षाओं के ऊपर मौजूद छत की दुबारा ढलाई की गई है, लेकिन हमेशा की तरह दोयम दर्जे के निर्माण के चलते इस पर अभी से सवाल उठने लगे हैं। यहां तक की निर्माण के बाद इसकी तराई भी नहीं की जा रही। ठेकेदार और उसके कर्मचारी यहां घोर लापरवाही बरत रहे हैं। जाहिर है सीमेंट की छत में तराई ना होने से इसका असर गुणवत्ता पर पड़ेगा और आने वाले दिनों में इसका खामियाजा भी सामने आ सकता है।
बताया जा रहा है कि सरकारी कार्यों में मिलीभगत की वजह से इसी तरह की स्थिति हर बार रहती है। नगर पालिका के अधिकारी अपने चहेते ठेकेदारों को बिलो रेट पर ठेका देते हैं, जिनके द्वारा औने पौने में निर्माण कार्य किया जाता है, क्योंकि उनके मुनाफे का बड़ा हिस्सा तो रिश्वत देने में ही निकल जाता है। इसलिए वे भी वह मजबूरन घटिया निर्माण करते हैं। सरकारी खजाने से लूट का यह खेल लगातार जारी है। मुंगेली नगर पालिका स्कूल मरम्मत कार्य की कोई निगरानी नहीं कि जा रही है। जांच अधिकारी निर्माण के बाद ऐसे जगहों पर फटकते तक नहीं, क्योंकि उन्हें उनका हिस्सा जो मिल जाता है। खुलेआम भ्रष्टाचार जारी है। अपनी जेब भरने भ्रष्टाचारी नौनिहालों को भी नहीं बख्श रहे। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस मामले में ध्यानाकर्षण के बाद जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि मामले को संज्ञान में लेकर ठोस कदम उठाएंगे ताकि इस भ्रष्टाचार पर नकेल कसा जा सके।
