27 जनवरी की रात ठेठा डबरी रोड किनारे जली हुई अवस्था में जो महिला मिली थी उसकी पहचान हो गई है। रेल पटरी के किनारे झाड़ियों में लोगों ने आग की लपटों में घिरी महिला को भागते हुए देखा, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। 112 और 108 की मदद से उसे सिम्स में भर्ती किया गया था। पुलिस ने उसका बयान लेने का भी प्रयास किया लेकिन उससे पहले ही इलाज के दौरान वह चल बसी। पुलिस को उसकी पहचान नहीं मिली थी। पुलिस का अनुमान था कि महिला 35 से 37 साल की है । उसके कपड़े और जेवर का उल्लेख करते हुए पुलिस ने इसके लिए इश्तहार भी जारी किया था, जिसे देखकर ग्राम परसदा सीपत मैं रहने वाले संतोष कुमार गुप्ता और ओम प्रकाश गुप्ता ने पुलिस से संपर्क किया। महिला के जेवर और कपड़ों से उसकी पहचान 48 वर्षीय राजरानी गुप्ता के रूप में की गई। संतोष गुप्ता 60 वर्ष राजरानी का पति है और 18 वर्षीय ओमप्रकाश उसका बेटा। पुलिस के लिए यह सफलता की पहली सीढ़ी है क्योंकि पुलिस अब तक यह नहीं पता लगा पाई है कि महिला ने खुदकुशी की थी या किसी ने उसे आग के हवाले किया है। इस मामले में किसी ने रेप की आशंका जताई तो किसी ने और किसी वजह से महिलाओं को जलाने का अंदेशा जताया।
इसके पीछे कई दलीलें भी दी गई, घटनास्थल के आसपास ऐसी कोई चीज नहीं मिली जिससे महिला खुद पर आग लगा पाती तो वही उसकी एक चप्पल भी सही सलामत मिली है , यानी वह सही सलामत घटनास्थल तक पहुंची थी। यह आशंका भी जताई जा रही है कि महिला ने खुदकुशी की होगी। अब तक महिला की पहचान ना होने के चलते पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही थी। अब महिला की पहचान हो जाने के बाद पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।