
यूनुस मेमन

शासकीय महामाया महाविद्यालय रतनपुर में करियर गाइडेंस सेल के द्वारा परामर्श सत्र का आयोजन किया गया। करियर गाइडेंस सेल की संयोजक डॉ जया चावला ने बताया कि सत्र का विषय था – “स्नातक के पश्चात् क्या करें?” आज के विद्यार्थियों के मध्य यह एक ज्वलंत मुद्दा है। सभी के मन में यह प्रश्न रहता ही है कि स्नातक के पश्चात् क्या किया जाए? कुछ विद्यार्थी तो अपने जीवन के लक्ष्य के प्रति जागरूक होते हैं परंतु ज्यादातर विद्यार्थी स्नातक के पश्चात् निरंकुश होकर भटकाव का शिकार हो जाते हैं अथवा दूसरों के द्वारा दिखाए मार्ग पर चलकर हताशा और निराशा में ही अपना जीवन बिताते हैं। विद्यार्थियों को इसी दौर में एक अच्छे परामर्शदाता की आवश्यकता होती है जो उन्हें उनके हुनर और रुचि के अनुसार करियर का चुनाव करने में सहयोग करे। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती प्रगति बनवार एवं श्री वैभव कुमार ने विद्यार्थियों से उनका परिचय लिया और उनसे पूछा कि क्या वे अपने व्यक्तित्व के मजबूत पक्ष को जानते और पहचानते हैं और क्या उन्हें पता है कि उन्हें किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना है? उन्होंने कला,वाणिज्य,विज्ञान,संगणक विज्ञान में कॅरियर और रोजगार के अवसरों की विस्तार से जानकारी दी।विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपने करियर से सम्बन्धित प्रश्न पूछे ।

कार्यक्रम का संचालन डॉ जया चावला ने किया एवं समापन में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ राजकुमार सचदेव ने कहा कि लक्ष्य तय करके धीरे धीरे सफलता के शिखर पर पहुंचा जा सकता है,अपनी रुचि और क्षमता का आत्म मूल्यांकन कीजिए, साधना एवं परिश्रम से सफल होकर जीवन संवारिए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार लहरे ने कार्यक्रम को वर्तमान संदर्भ में औचित्यपूर्ण बताते हुए कार्यक्रम संचालकों को बधाई दी और इस प्रकार के छात्रोपयोगी कार्यक्रम करने हेतु प्रोत्साहित किया।कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ अजरा कुरैशी, डॉ चंदाना मित्रा, डॉ प्रेमलता वर्मा, डॉ श्रद्धा दुबे, डॉ राजेश कुमार राय, प्रो कमल सिंह पुसाम, प्रो एन पी त्यागी,श्री अंकुल गुप्ता, सुश्री अर्पणा गौतम, सुश्री कोमल, श्री सूरज नामदेव तथा महाविद्यालय के सभी संकाय के125 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित हुए।
