
आकाश दत्त मिश्रा

गुस्से में लिए गए अधिकांश फैसलों में पछताने के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होता। ऐसा ही कुछ हुआ था ग्राम लीलापुर में भी, लेकिन पुलिस की पहल से एक बिछड़ा हुआ परिवार वापस मिल सका।
आमतौर पर पुलिस के रूखे व्यवहार से ही आम लोग परिचित होते है, इसीलिए जब कभी पुलिस की चिर परिचित छवि से उलट मानवीय संवेदनशीलता नजर आती है तो वह खबर बन जाती है।
ऐसी ही एक खबर आई है मुंगेली जिले के पुलिस चौकी चिल्फी से, जहां एक बार फिर संवेदनशील चौकी प्रभारी सुशील कुमार बंछोड के सद्प्रयास से मानवीय संवेदनाएं सांस लेती नजर आ रही है। चौकी चिल्फी अंतर्गत ग्राम लीलापुर स्थित है। यहां रहने वाली 32 वर्षीय पुकली साहू का विवाह ओंकार साहू के साथ हुआ था। दोनों के 4 बच्चे भी हैं। बड़ी बेटी नंदिनी 13, जानकी 11, दिव्या 8 साल की तो बेटा कान्हा 6 वर्ष का है। बताया जा रहा है कि पुकली देवी की अपने साथ ससुर से नहीं बनती थी। बार-बार सास-ससुर की प्रताड़ना से तंग आकर अपने पति ओंकार साहू को बिना बताए 22 अप्रैल 2022 को पुकली देवी अपने दो बच्चे दिव्या और कान्हा को लेकर कहीं चली गई।
परिजनों ने उसे ढूंढने की हर मुमकिन कोशिश की। बाद में चिल्फी चौकी में गुमशुदगी का मामला भी दर्ज कराया गया, लेकिन पुकलीबाई का कुछ सुराग नहीं लग पाया।

इधर नए साल के आरंभ में ही एसपी चंद्रमोहन सिंह ने सभी थानों और चौकी को गुमशुदगी के मामले के निपटारे के निर्देश दिए, जिसके बाद साइबर सेल की मदद से चिल्फी चौकी पुलिस को पुकलीबाई की जानकारी मिली । पता चला कि अपने सास-ससुर से तंग आकर पुकलीबाई अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर रायपुर चली गई थी, जहां भनपुरी तथा गुढ़ियारी में रहकर रोजी मजदूरी कर अपना और अपने दोनों छोटे बच्चों का भरण पोषण कर रही थी । पुलिस के साथ बातचीत में उसने स्वीकार किया कि उसने गुस्से और आवेश में अपना घर छोड़ दिया था, लेकिन उसे अब अपनी गलती का एहसास हो रहा है। पछतावे के साथ उसमें आत्मग्लानि भी है। उसे लग रहा है कि जिस तरह उसने आवेश में यह कदम उठाया अब वह किस मुंह से अपने पति, सास ससुर के पास ससुराल वापस जाए। इसीलिए वह चाह कर भी घर नहीं लौट पा रही थी।

ऐसे में चिल्फी चौकी प्रभारी सुशील कुमार बंछोड ने मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए दोनों के बीच सामंजस्य बिठाया। महिला और उसके साथ ससुर एवं पति को लंबी चर्चा के बाद समझाइश दी और गलती सुधार के लिए दोनों पक्ष को तैयार किया। इस दौरान पुकली साहू के साथ उसकी सास शांति साहू , ससुर गणेश साहू ,जेठ सहदेव साहू , चाचा हरिचरण साहू, मामा मेला राम साहू , बहनोई शंकर लाल साहू सभी बैठे और पुलिस के सदप्रयास से करीब 1 वर्ष अपने पति और परिवार से बिछड़ी महिला पुकली साहू को उसका परिवार मिला। दोनों तरफ दो-दो बच्चे ऐसे थे जो पिता या मां के स्नेह से वंचित थे। इस परिवार के मिल जाने से जहां परिवार मुकम्मल हुआ तो वही चारों बच्चों को मां-बाप का संयुक्त स्नेह भी मिला। इस प्रयास में चौकी चिल्फी के सहायक उप निरीक्षक सुशील कुमार बंछोड़, प्रधान आरक्षक केकम सिंह आहिरे तथा आरक्षक देवीचंद नवरंग की सराहनीय भूमिका रही।
