बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी मस्तूरी विधानसभा ने शनिवार को सामाजिक समरसता दिवस के रूप में संत श्री गुरु घासीदास जी की जयंती भाजपा कार्यालय मस्तूरी में मनाई। कार्यक्रम के प्रथम सत्र की अध्यक्षता सवालदास बंजारे, व प्रात सद्भाव प्रमुख कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने की वही द्वितीय सत्र राजेंद्र कुर्रे, किसान परसदा मंदिर पुजारी व हीरा मणि शुक्ला ने किया
वहीं तृतीय सत्र में दरस बाई खांडे व वक्ता के रूप में सुधीर गौतम मौजूद रहे । कार्यक्रम को आरएसएस के सामाजिक समरसता प्रांत प्रमुख कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने संबोधित किया।श्री सिंह ने कहा कि सामाजिक विविधता के कारण धीरे-धीरे समाज में विकृतियां आ रही है। उन्होंने कहा अपने गांव व परिवार को विधर्मियों व राष्ट्र विरोधियों से सजग रखें। उन्होंने इसे दूर करने के लिए सामाजिक समरसता पर जोर दिया। उन्होंने कहा इसके लिए विभिन्ना मतों को भूल कर अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को साथ लेकर चलना होगा। प्रांत प्रमुख ने समाज में आ रही सामाजिक विकृतियों पर चिंता जताई।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में
गुरु राजेंद्र कुर्रे ने अपने संबोधन में कहा
जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया, बाबा घासीदास की सत्य के प्रति अटूट आस्था की वजह से ही इन्होंने बचपन में कई चमत्कार दिखाए, जिसका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा। संत शिरोमणी बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। द्वितीय सत्र के वक्ता हीरा मणि शुक्ला ने कहा कि गुरु घासीदास ने न सिर्फ सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया। इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुयायी हो गए। इसी तरह छत्तीसगढ़ में ‘सतनाम पंथ’ की स्थापना हुई। गुरु घासीदास के मुख्य रचनाओं में उनके सात वचन सतनाम पंथ के ‘सप्त सिद्धांत’ के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इसलिए सतनाम पंथ का संस्थापक भी बाबा गुरु घासीदास को ही माना जाता है। बाबा ने तपस्या से अर्जित शक्ति के द्वारा कई चमत्कारिक कार्यों कर दिखाएं। बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को प्रेम और मानवता का संदेश दिया। संत गुरु घासीदास की शिक्षा आज भी प्रासंगिक है बाबा के बताए मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति ही अपने जीवन में अपना तथा अपने परिवार की उन्नति कर सकता है।
कार्यक्रम के तृतीय चरण में दरस बाई खांडे व प्रात सह प्रमुख सुधीर गौतम ने अपना व्याखान दिया सुधीर गौतम ने कहा की इस मंच के माध्यम से सभी समाज के लोगो को एक साथ लाना अनुकरणीय है संत किसी समाज का नही होता अपितु हर समाज का होता है सत्य के मार्ग पर चलना है सतनाम है
अंत में मस्तूरी विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी समाज आभार प्रदर्शन किया और कहा की
मनखे मनखे एक सामान ” का नारा देने वाले गुरु घासीदास बाबा ने सम्पूर्ण समाज के लोगों को सामान रूप से देखा और आपसी भेदभाव की भावना से दूर होने का सन्देश दिया उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास बाबा ने सदैव ये सन्देश दिया कि समाज के समस्त लोगों को एक दूसरे से प्रेम के धागे से जुड़ा होना चाहिए । विधायक ने कहा कि हम सबको घासीदास बाबा के वचनों को अपने जीवन में आत्मसात करने की जरुरत है और उन्हीं के बोले वचनों को आत्मसात कर के हम अपने जीवन के असल उद्देश्य को प्राप्त कर सकते हैं । कार्यक्रम का संचालन विधायक प्रतिनिधि बीपी सिंह ने किया कार्यक्रम के दौरान सभी समाज के प्रमुख, सहित भाजपा पांचों मंडल के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में सभी समाज के लोग उपस्थित थे।