मुंगेली नगर पालिका परिषद उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह की कुर्सी पर मंडराया खतरा, 13 पार्षदों के समर्थन के साथ अध्यक्ष ने पेश किया अविश्वास प्रस्ताव

आकाश दत्त मिश्रा

मोहन मल्लाह

मुंगेली शहर सरकार में नाटकीय घटनाक्रम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। कभी भाजपा के गढ़ रहे मुंगेली में नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी न केवल अपना राजनीतिक कद लगातार ऊंचा करते जा रहे हैं बल्कि वे निरंतर भाजपा की मुसीबतें भी बढ़ा रहे हैं। फिलहाल तो हेमेंद्र ने भाजपा की नाक में दम कर रखा है। पहले तो भारतीय जनता पार्टी के चुने गए नगर पालिका अध्यक्ष को हटाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके बाद उन्होंने भाजपा पार्षदों के पाले में सेंध लगाकर ना केवल अध्यक्ष बनने में कामयाबी हासिल की, बल्कि हाल ही में भाजपा से निष्कासित तीन पार्षदों को भी अपने पाले में मिलाकर भाजपा को कड़ी चुनौती पेश की है।


अब उनकी निगाह नगर पालिका परिषद मुंगेली के उपाध्यक्ष की कुर्सी पर है । एक तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी के फर्जी जाति मामले में ढुलमुल रवैया अपनाए हुए हैं, तो वही आक्रामक दिख रहे हेमेंद्र गोस्वामी एक के बाद एक चाल चलकर उन्हें मात देते नजर आ रहे हैं। इस बार पार्षदों के माध्यम से उन्होंने उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह के विरुद्ध निशाना लगाया है। हाल ही में भाजपा से निष्कासित तीन पार्षदों के कांग्रेस प्रवेश के साथ कांग्रेस की ताकत परिषद में और मजबूत हुई है। कांग्रेस पार्षदों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है, जिनके सहारे नगर पालिका उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।

अविश्वास प्रस्ताव का पत्र

मोहन मल्लाह भी कठिन परिस्थितियों में नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष बने थे। उनके पक्ष और विपक्ष में 11-11 मत मिले थे, जिसके बाद लकी ड्रॉ के जरिए उनका चयन हुआ था, लेकिन अब उनके उनकी कुर्सी पर तलवार लटकती नजर आ रही है । वैसे भी नगर पालिका परिषद में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भाजपा पार्षद मोहन मल्लाह की कुर्सी कांटो भरी ताज बन चुकी थी। वैसे मोहन मल्ला भी भाजपा से निष्कासित पार्षदों में शामिल है, लेकिन इधर कयास लगाया जा रहा था कि जल्द ही भाजपा में उनकी वापसी हो सकती है। इसी बीच मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी ने 13 पार्षदों के समर्थन के साथ उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया। फिलहाल हेमेंद्र गोस्वामी के साथ संजय सिंह साधु, राहुल कुर्रे , श्रीनिवास सिंह, रोहित शुक्ला, अरविंद वैष्णव, संजय चंदेल , मनु सोनी, राज शेखर यादव, सुलोचना प्रभु मल्लाह, सोनी आनंद जांगड़े, मोना नागरे, और मोतीम बाई सनकर शामिल है।
दावा किया जा रहा है कि इन सभी की सहमति से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है वर्तमान में मुंगेली नगर पालिका परिषद में जो समीकरण है, उसमें अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने की पूरी संभावना है।

हेमेंद्र गोस्वामी

यानी भाजपा के हाथ से अध्यक्ष की कुर्सी जाने के बाद अब उपाध्यक्ष की कुर्सी जाने की पूरी आशंका है। वहीं कांग्रेस में करीब आधे दर्जन दावेदार अभी से इस कुर्सी के लिए तैयार बैठे हैं। कुल मिलाकर मुंगेली में भाजपा और कांग्रेस की नूरा कुश्ती में भाजपा चारों खाने चित नजर आ रही है। इसे नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी की कूटनीतिक और राजनीतिक जीत बताई जा रही है। भाजपा उनके जाति विवाद को लेकर कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पायी, लेकिन हेमेंद्र गोस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस लगातार भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ा रही है। इस मामले में पार्षदों के समर्थन के साथ अविश्वास प्रस्ताव का पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिया गया है, जिस पर जल्द ही निर्णय संभव है। यानी आने वाले दिनों में भी मुंगेली में घटनाक्रम थमने वाले नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!