सुरक्षा निधि के नाम पर इस महीने बिजली उपभोक्ताओं को थमाया गया भारी-भरकम बिल, वादाखिलाफी पर भाजयुमो उत्तर मंडल ने नुक्कड़ सभा कर किया सरकार का पोल खोल

आलोक मित्तल

जिन लोकलुभावन वायदों पर कांग्रेस की सरकार बनी थी, उसमें बिजली बिल हाफ़ भी प्रमुख था। 400 यूनिट तक बिजली बिल हाफ योजना को छत्तीसगढ़ में कामयाब बताया गया, लेकिन उपभोक्ताओं को लग रहा है कि बिल हाफ करने के वायदे के बाद भी बिजली का बिल पहले से अधिक आ रहा है। तो वहीं नवंबर महीने में तो हद ही हो गयी, जब सामान्य से 4 से 5 गुना अधिक बिल आया। इस मामले में जब लोग बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचे तो अधिकारियों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए। सुरक्षा निधि के नाम पर भारी-भरकम बिल थमाया गया है, जिसे पटा पाना आम लोगों के बस की बात नहीं है। इसे लेकर एक तरफ जहां बिजली उपभोक्ताओं में नाराजगी है तो वहीं इसी मुद्दे पर सोमवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा उत्तर मंडल द्वारा सीपत चौक सरकंडा में धरना प्रदर्शन कर सरकार की पोल खोली गई।


छत्तीसगढ़ में बिजली बिल की सुरक्षा निधि में हुई बेतहाशा बुद्धि के विरोध में नुक्कड़ सभा कर लोगों को बताया गया है कि किस तरह से सरकार बिजली बिल हाफ के बहाने लोगों को लूट रही है। एक तरफ लोगों को सब्जबाग दिखाया जा रहा है कि उनका बिजली बिल हाफ कर माफ किया जा रहा है तो दूसरी ओर सुरक्षा निधि के बहाने पूरी भरपाई की जा रही है । इसे आम लोगों के साथ छलावा बताते हुए भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

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