आलोक मित्तल
अलग राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ को उसका खोया हुआ गौरव और सम्मान लगातार मिल रहा है। छत्तीसगढ़िया संस्कृति, यहां के खानपान और व्यंजन को लगातार राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता और पहचान मिल रही है। इसी कड़ी में भारतीय रेल ने भी अभूतपूर्व शुरुआत की है। अब ट्रेनों में भी छत्तीसगढ़ी व्यंजन मिलेंगे। रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी ने मेनू में बदलाव करने की अनुमति दी है। रेलवे के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। आईआरसीटीसी के मेंनु से अलग व्यंजन तैयार करने की स्वतंत्रता मिली है।
इससे पहले रेलवे बोर्ड ही तय करता था कि ट्रेनों में मिलने वाला भोजन का मीनू क्या होगा। ट्रेनों में खानपान की सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए रेल मंत्रालय लगातार इस तरह के निर्णय ले रहा है। तो वही छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध व्यंजनो की मांग को देखते हुए ट्रेनों में छत्तीसगढ़ी व्यंजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। यानी अब ट्रेनों में छत्तीसगढी चीला, फरा, अनारसा आदि के साथ अंगारा रोटी जैसे अन्य प्रसिद्ध व्यंजन मिलेंगे जिसका स्वाद छत्तीसगढ़िया और गैर छत्तीसगढ़िया भी ले सकेंगे।