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बिलासपुर के चर्चित ठग को पकड़ने में सिविल लाइन पुलिस को कामयाबी मिली है ।कभी यह खुद को बड़ा अधिकारी, कभी सीक्रेट एजेंट बताकर लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था। ठग ने ऊपर से रेकी सिखाने का आवरण ओढ़ा हुआ था। उड़ीसा मयूरगंज में रहने वाली छात्रा पल्लवी पांडा 2016 में चौकसे होम्योपैथिक कॉलेज में पढ़ाई करने के दौरान जगमल चौक में रहती थी। इसी दौरान वह रेकी सीखने के लिए शंकर रेकी सेंटर, गणेश चौक, नेहरू नगर जाती थी, जहां उसकी पहचान सेंटर के संचालक थानेश्वर प्रसाद शर्मा से हुई ।थानेश्वर ने खुद को सीक्रेट एजेंट बताया और कहा कि वह स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल ऑफिसर के पद पर उसे नौकरी दिला सकता है। नौकरी दिलाने के नाम पर छात्रा से 9लाख 5000 रु ले लिए गए। ठग ने छात्रा के पिता को चीफ मेडिकल ऑफिसर बनाने का भी झांसा दिया। बड़े बड़े अधिकारियों तक पहुंच के दावे किये।

पुलिस को पता चला कि छात्रा के अलावा आरोपी ने अशोक कुमार पांडे निवासी जबड़ा पारा को भी एंटी करप्शन ब्यूरो में नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख की ठगी की है। जब पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि थानेश्वर ने 15 से 20 लोगों को ठगा है और उनसे 70 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। उसके खिलाफ मामला दर्ज होते ही शातिर आरोपी फरार हो गया था लेकिन एक के बाद एक शिकायत सामने आने के बाद पुलिस उसे ढूंढने में लग गई ।पड़ताल के दौरान पता चला कि शातिर आरोपी वेश बदलकर हरिद्वार शांतिकुंज आश्रम में छुपा हुआ है , जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे हरिद्वार से गिरफ्तार किया। पुलिस को उम्मीद है कि थानेश्वर प्रसाद शर्मा से और भी कई खुलासे होंगे।
