छठ पर्व पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की समीक्षा के लिए पुलिस के आला अधिकारियों ने की छठ पूजा समिति से अहम चर्चा, बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बनी सहमति

उत्तर भारतीयों के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा के तहत 30 और 31 तारीख को सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जाएगा जिसकी तैयारी लगातार की जा रही है। छठ पूजा समिति के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी तैयारियों को लेकर लगातार बैठक और चर्चा कर रहे हैं। कोरोना प्रभावित 2 वर्ष के बाद इस वर्ष भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद की जा रही है, जिसे लेकर पुलिस विभाग के अधिकारियों ने तोरवा छठ घाट पर छठ पूजा समिति के साथ बैठक की।
एसएसपी पारुल माथुर के निर्देश पर यहां व्यवस्था की निगरानी और बल प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल शामिल हुए। उनके साथ सीएसपी कोतवाली पूजा कुमार, डीएसपी यातायात संजय साहू, सरकंडा थाना प्रभारी उत्तम साहू आदि भी मौजूद रहे । छठ घाट पर इस बार 7 पार्किंग स्थल बनाए गए हैंज़ लेकिन इन्हें अपर्याप्त माना जा रहा है। इसलिए अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था की मांग की गई है। वहीं चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगाने पर भी यहां चर्चा हुई। समिति के भी डेढ़ सौ से अधिक वॉलिंटियर इस मौके पर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस विभाग ने ऐसे वॉलिंटियर की सूची मांगी है जो यातायात और प्रवेश द्वार पर तैनात रहेंगे ताकि पुलिस उनके साथ तालमेल बनाकर बेहतर व्यवस्था कर सके।


इस दौरान छठ घाट के अलावा तोरवा पुल पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। अस्थाई पुलिस चौकी पर भी पुलिस बल तैनात रहेगा। पर्व के दिन भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाएगा। घाट पर ही पुलिस सहायता केंद्र बनाने पर सहमति बनी है।
एक तरफ जहां जिला प्रशासन और नगर निगम घाट की सफाई, विद्युत व्यवस्था, रोशनी आदि में जुटा हुआ है तो वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा गुरुनानक चौक से छठ घाट तक सड़क का मरम्मत कार्य किया जा रहा है । वहीं पुलिस प्रशासन घाट पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी मुद्दे पर छठ घाट पर बैठक हुई, जिसमें समिति के संरक्षक एस के सिंह, अध्यक्ष प्रवीण झा, कोषाध्यक्ष डॉक्टर धर्मेंद्र दास, सचिव अभय नारायण राय आदि ने पुलिस से सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने घाट के साथ पार्किंग एरिया को भी सीसीटीवी से कवर करने का अनुरोध किया।


हालांकि छठ पूजा ऐसा लोक पर्व है जिसमें श्रद्धालु स्वस्फूर्त ढंग से अपनी व्यवस्था से घाट पर पहुंचते हैं। बिना किसी पुजारी के ही स्वयं पूजा अर्चना कर सूर्यदेव को अर्घ्य प्रदान करते हैं। इसके बाद भी कभी यहां कोई दुर्घटना या अपराध घटित नहीं हुआ है। समिति इसे दैवीय कृपा मानती है । फिर भी सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था इस बार भी रहेगी । अगर कोई असामाजिक तत्व किसी अपराध को अंजाम देता है तो वह निश्चित रूप से सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाएगा और पुलिस से बच नहीं पाएगा । वही पूरे छठ घाट पर छठ पूजा समिति एवं पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच, सहजानंद समिति , भोजपुरी समाज के वालंटियर भी तैनात रहेंगे जो किसी भी परिस्थिति में सहयोग के लिए उपस्थित होंगे।

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