पारंपरिक खेलों से रूबरू कराने छत्तीसगढ़ ओलंपिक का हो रहा आयोजन वार्ड क्रमांक 42 के मिडिल स्कूल में भी आयोजित हुआ छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल वार्ड पार्षद ने भी शासन के पहल की सराहना की

छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने की दृष्टिकोण से 3 महीने के लिए छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल का आयोजन किया जा रहा है इन खेलों में उन सभी पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया है जो ग्रामीण से लेकर शहरी स्तर तक अपनी खास विशिष्ट पहचान रखते हैं खासतौर पर बचपन के दिनों में खेले जाने वाले इन खेलों को फिर से वापस बच्चों के अंदर जागृत करने के लिए कोर्ट से यह सभी आयोजन जिला प्रशासन के सहयोग से स्कूलों में किए जा रहे हैं इसी कड़ी में शनिवार को वार्ड क्रमांक 42 और 43 मैं छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल का आयोजन किया गया शासकीय मिडिल स्कूल देवरीखुर्द में आयोजित इस छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल में गिल्ली डंडा भंवरा रस्सी कूद सहित अन्य खेलों के माध्यम से बच्चों को खेल गतिविधियों से भी रूबरू कराया गया विभिन्न खेलों में लगभग 100 से अधिक बच्चों ने भाग लिया जिन्होंने इस खेल का भरपूर आनंद उठाया

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वार्ड क्रमांक 42 के पार्षद लक्ष्मी यादव और वार्ड क्रमांक43 के पार्षद परदेसी राज के साथ-साथ वार्ड क्रमांक 41 के पार्षद मोतीराम गंगवानी भी मौजूद रहे जिन्होंने सभी बच्चों को छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा चलाई जा रही इस खेल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें पारंपरिक खेल से जुड़ने के लिए प्रेरित किया तो वहीं उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को इस बेहतर आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन निरंतर आयोजित होने चाहिए जिससे विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ खेलों के भी बारीकियों से रूबरू होने का अवसर मिल सके

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